

RGAन्यूज़ संवाददाता मध्य प्रदेश प्रशांत सोनी
Combat Uniform देशभर में सेना को मिलने वाली कांबेट वर्दी (Combat Uniform) की आपूर्ति का आदेश सैन्य मुख्यालय ने रद कर दिया। वर्दी बनाने का काम टीसीएल कंपनी को दिया गया था। आपूर्ति का आदेश रद करने का कोई ठोस कारण तो साफ नहीं हो सका है।
जबलपुर, प्रशांत कुमार सोनी Combat Uniform: देशभर में सेना को मिलने वाली कांबेट वर्दी (Combat Uniform) की आपूर्ति का आदेश सैन्य मुख्यालय ने मंगलवार को रद कर दिया। वर्दी बनाने का काम टीसीएल कंपनी को दिया गया था। आपूर्ति का आदेश रद करने का कोई ठोस कारण तो साफ नहीं हो सका है, पर जानकारों का मानना है कि आपूर्ति से पूर्व बाजार में हूबहू कांबेट वर्दी की तरह का कपड़ा उतार दिया दिया।
इस कंपनी को सौंपा था जिम्मा
करीब साल भर पहले रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना को वर्दी की आपूर्ति का जिम्मा निजी कंपनी टीसीएल को सौंपा था। कंपनी ने सेना को कांबेट वर्दी की आपूर्ति करना शुरू भी कर दिया था। अधिकारी स्तर पर वर्दी की आपूर्ति भी शुरू हो चुकी थी। इसमें जैकेट, ट्राउजर, पर्वतारोहण के वक्त उपयोग में आने वाले उपकरण और माड्यूलर ग्लब्ज जैसी वस्तुएं शामिल रहीं। इससे पूर्व सेना की वर्दी बनाने का काम आयुध निर्माणियों के पास ही था।
कपड़ा बाजार तक पहुंचे सैन्य अधिकारी
अगस्त, 2022 के अंतिम सप्ताह में यह जानकारी सामने आई थी कि कांबेट वर्दी की तरह का कपड़ा बाजारों में भी बिक्री के लिए आ गया है। इसके बाद सैन्य मुख्यालय से जबलपुर, लखनऊ, कानपुर सहित कई अन्य छावनी वाले शहरों में बाजारों की जांच पड़ताल की गई थी। कपड़ा कारोबारियों को समझाइश दी गई थी कि वे कांबेट वर्दी जैसा कपड़ा न बेचें। यह कार्रवाई जागरूकता अभियान के रूप में की गई थी।
रक्षामंत्री को लिखा गया था पत्र
केरल से राज्यसभा सदस्य और सीपीआइ नेता बिनय विश्वम ने अक्टूबर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा था। कहा था कि चार आयुध निर्माणियों में सेना की वर्दी बनाई जाती रही हैं। इन निर्माणियों में करीब आठ हजार कर्मचारी इस काम में लगे रहते थे। निजी कंपनी को ठेका दे दिए जाने से इन निर्माणियों का संतुलन गड़बड़ाने लगा है। इसलिए उन्होंने संबंधित ठेका कंपनी का टेंडर निरस्त किए जाने की मांग की थी। इसी तरह से एआइडीईएफ (आल इंडिया डिफेंस इंप्लाइज फेडरेशन) के महासचिव सी. श्रीकुमार ने भी वर्दी का टेंडर निरस्त किए जाने की मांग
इन्होंने विरोध में उठाई आवाज
देश में सेना को सप्लाई की जाने वाली कांबेट वर्दी का ठेका एक निजी कंपनी को दिया गया था। इसके विरोध में श्रमिक संगठनों की ओर से भी आवाज उठाई जा रही थी। यह ठेका मंगलवार को निरस्त कर दिया गया है। -अनिल शर्मा, सदस्य सलाहकार समिति, सैन्य मुख्यालय दिल्ली।