

RGAन्यूज़ संवाददाता मुदित प्रताप सिंह
Bareilly News बरेली में हुई बुजुर्ग टाकनलाल की हत्या राजस्व विभाग की लापरवाही का नतीजा हैं। जिसके चलते बुजुर्ग की जान चली गईं। हालांकि पुलिस ने मामले में एक आरोपित को पकड़ लिया हैं। वहीं उसके बेटे मनमोहन की तलाश जारी हैं।
संवाददाता। Bareilly News : बरेली में हुई बुजुर्ग टाकनलाल की हत्या राजस्व विभाग की लापरवाही का नतीजा हैं। जो उसकी हत्या की वजह बनी। इस मामले में पुलिस ने आरोपित नत्थूलाल को गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस जहां उससे पूछताछ कर रही हैं वहीं उसके बेटे मनमोहन की तलाश जारी हैं। गौरतलब है कि फरीदपुर के टांडा सिकंदरपुर गांव में ट्रैक्टर चढ़ाकर आरोपितों ने बुजुर्ग टाकनलाल की हत्या कर दी थी।
राजस्व विभाग के अधिकारियों की लापरवाही बुजुर्ग टाकनलाल की हत्या की वजह बनी। दरसअल, जिस खेत पर आरोपित पिता-पुत्र नत्थूलाल व आशु उर्फ मनमोहन दावा कर रहे थे। वह खेत पूरा पांच बीघे का चक है जिसमे टाकनलाल, नत्थूलाल के साथ कई सहखातेदार हैं। टाकनलाल के बेटे राजवीर का आरोप है कि जिस खेत पर नत्थूलाल दावा कर रहा है। वह शुरू से ही उनके पिता जोतते आए हैं।
करीब छह माह पूर्व आरोपित ने विवाद खड़ा कर दिया तब शिकायत तहसील तक की गई। नापजोख कर विवाद निस्तारण के लिए शिकायती पत्र दिया गया। शिकायती पत्र के बाद राजस्व अधिकारी खेत के नापजोख के लिए तो आए लेकिन, विवाद नहीं निपटाया। टाकनलाल लेखपाल से लेकर तहसील के चक्कर लगाते रहे। टाकनलाल ने खेत में जब धान की फसल बोई, तभी हत्यारोपितों ने उसे चुनौती दे दी थी।
कहा था कि अगली फसल तुम लोग नहीं बो पाओगे। हुआ भी यही, आरोपित धान की फसल कटने के इंतजार में थे। गेहूं की फसल का नंबर आया तब आरोपितों ने फिर विवाद शुरू कर दिया। आरोप है कि बुधवार को जब टाकनलाल ने फसल बोई, तभी आरोपितों ने उसे रास्ते से हटाने की तैयारी कर ली थी और गुरुवार को मौका मिलते ही वारदात को अंजाम दे दिया।
खेत से सटी ग्राम समाज की जमीन पर थी हत्यारोपित की नजर
राजवीर के मुताबिक, जिस खेत पर उनकी खेती होती है। उससे सटी ग्राम समाज की काफी जमीन पड़ी है। ग्राम समाज की जमीन पर कब्जे की नियत से ही आरोपित उनके खेत पर दावा करते थे। बीते छह माह से आरोपितों का दुस्साहस बढ़ गया था लेकिन, टाकनलाल व उनके बेटे आरोपितों के मंसूबों को नहीं भांप सके। नतीजा यह हुआ कि टाकनलाल जान गवा बैठा।
लेखपाल बोले- हमसे पूर्व का मामला
टांडा सिंकदरपुर गांव के लेखपाल रामप्रकाश शर्मा से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि विवाद उनसे पूर्व के समय का है। उस समय टांडा सिकंदरपुर गांव की जिम्मेदारी तत्कालीन लेखपाल हेमप्रताप यादव देख रहे थे। पूरे प्रकरण की जानकारी उन्हें नहीं है। इस संबंध में जब हेमप्रताप को फोन किया गया तो उनका फोन नहीं उठा।
पुलिस बोली, हमारे पास नहीं आई कोई शिकायत
फरीदपुर इंस्पेक्टर हरवीर सिंह से जब विवाद के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि थाने में इस संदर्भ में कोई शिकायत नहीं मिली। बुधवार से दोनों पक्षों के बीच तनातनी बढ़ने की बात सामने आई है लेकिन, थाने तक कोई शिकायत नहीं पहुंची।