दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में 2020 से नामांकन बंद मामले में दोषी पर होगी कार्रवाई

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RGAन्यूज़ बिहार दरभंगा

Lalit Narayan Mithila University कुलपति आवासीय कार्यालया में हुई ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के सिंडिकेट बैठक। छात्र संगठनों के नेताओं ने सिंडिकेट का किया घेराव मांगों को लेकर की नारेबाजी। 22 दिसंबर को सीनेट की बैठक प्रस्तावित की गई।

दरभंगा,। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की बैठक कुलपति आवासीय कार्यालय में हुई। इसकी अध्यक्षता कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने की। बैठक में दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में 2020 से नामांकन बंद मामले में एक समिति गठित करने का निर्णय लिया गया। समिति तत्कालीन किस पदाधिकारी द्वारा समय पर संबंधित विभाग में प्रतिवेदन जमा नहीं किया गया। इस कारण दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में वर्ष 2020 से ही नामांकन बंद है। इसकी जिम्मेवारी तय कर कार्रवाई की अनुशंसा करेगी। समिति गठन करने के लिए कुलपति को अधिकृत किया गया। वहीं 22 दिसंबर 2022 को सीनेट की बैठक प्रस्तावित की गई। बैठक के प्रारंभ में कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद ने कहा कि गत बैठक के निर्णयों का यथासंभव पालन करने का प्रयास किया गया। चक्रानुक्रम से दो नए विभागाध्यक्षों एवं दो प्रधानाचार्य सिंडिकेट के सदस्य बने। इनका सदन की ओर से स्वागत किया गया। सदन के सदस्य डा. फैयाज अहमद का राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने पर पाग, चादर व बुके से अभिनंदन किया गया।

आगामी वित्तीय वर्ष का बजट 25 दिसंबर तक किया जाएगा पारित 

कुलसचिव ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में विश्वविद्यालय द्वारा घोषित किया जाना है कि आगामी वित्तीय वर्ष का बजट 25 दिसंबर तक निकाय द्वारा पारित होना आवश्यक है। साथ ही नए महाविद्यालयों के संबंधन के लिए राज्य सरकार द्वारा पोर्टल का निर्माण किया गया है। इसमें इन निकायों द्वारा पारित प्रस्तावों को 13 जनवरी के पूर्व अपलोड कर देना है। इस दौरान बैठक के निर्णयों की संपुष्टि, अनुपालन एवं प्रतिवेदन की स्वीकृति के साथ- आगामी सीनेट से संबंधित कार्यक्रम तथा प्रारंभिक कार्यसूची को अनुमोदन किया गया। कार्यसूची में शामिल मदों में दो को छोड़कर शेष सभी को सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया।

विश्वविद्यालय की संपत्ति रक्षा के लिए गठित होगी समिति 

बैठक में सदस्यों ने कहा कि विश्वविद्यालय की संपत्ति की रक्षा के लिए एक समिति गठित होनी चाहिए। जिला प्रशासन एवं न्यायिक प्रक्रिया से सहयोग लेकर अतिक्रमण हटाने का ठोस प्रयास किया जाना चाहिए। सांसद डा. गोपालजी ठाकुर ने कहा कि समस्याओं के निदान के लिए हम सभी सदस्य विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ हैं। सार्थक पहल हो और छात्रों की समस्याओं के साथ विश्वविद्यालय की संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

इन सदस्यों ने उठाए मुद्दे 

सदस्य डा. गोपालजी ठाकुर, डा. लक्ष्मेश्वर राय, प्रो. दिलीप कुमार चौधरी, प्रो. विनोद कुमार चौधरी, मीना कुमारी, डा. बैद्यनाथ चौधरी बैजू, सुजीत पासवान आदि ने कई मामले उठाए। संबंधित सवालों का कुलपति एवं कुलसचिव ने उत्तर दिया। सदस्यों द्वारा अन्यान्य मदों के अंतर्गत उठाए गए मुद्दों पर विचार करते हुए अनुमोदित किया गया। बैठक में प्रतिकुलपति प्रो. डाली सिन्हा, डा फैयाज अहमद, डा अमर कुमार, प्रो. धनेश्वर प्रसाद सिंह, प्रो. शिशिर कुमार वर्मा, डा नैयर आजम, डा नंद कुमार, इम्वेशात शौकत, प्रो अजय नाथ झा, प्रो विजय कुमार यादव, प्रो अशोक कुमार मेहता एवं डा लक्ष्मीकांत मिश्र भी शामिल थे। विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में वित्तीय परामर्शी कैलाश राम मौजूद थे। कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

छात्र परिषद ने सिंडिकेट का किया घेराव 

बीएड सत्र 2022-24 में नामांकन की उच्च स्तरीय जांच, जिला बार स्नातक एवं स्नातकोत्तर के छात्रों के लिए काउंटर खोलकर समस्याओं के समाधान करने समेत अन्य कई मांगों को लेकर जन अधिकार छात्र परिषद द्वारा सिंडिकेट का घेराव किया। इस दौरान आंदोलनकारी छात्रों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि शैक्षणिक समस्याओं को लेकर आंदोलन करने वाले छात्र नेताओं पर फर्जी मुकदमा अविलंब वापस लिया जाए। वहीं सत्र नियमित करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाए। यूजी एवं पीजी के प्रमोटेड एवं पेंडिंग परिणाम का यथाशीघ्र समाधान किया जाए।

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