
RGA News संवाददाता उरई
उत्तर प्रदेश के उरई शहर की कालपी रोड स्थित गोविंद स्वीट हाउस के पीछे सोमवार देर रात मां और बेटी ने खुद को आग के हवाले कर लिया। इस दिल दहला देने वाली घटना में लड़की की मौके पर ही मौत हो गई जबकि वृद्ध मां बुरी तरह झुलस गई । दोनों को बचाने के चक्कर में बेटा और बहू भी झुलस गए । घटना की वजह मां-बेटी का मानसिक विक्षिप्त होना बताया जा रहा है । बेटी पति से तलाक लेने के बाद से मायके में ही रह रही थी।
कालपी रोड गोविंद स्वीट हॉउस के पीछे रहने वाले सहकारी समिति में कार्यरत मनीष गुप्ता का परिवार सोमवार देर रात को अपने-अपने कमरों में सो रहा था। रात करीब 2:00 बजे उनकी मां मांडवी देवी (70) और बहन संगीता (45) ने खुद को कमरे में आग के हवाले कर लिया। उनकी चीख पुकार सुनकर दूसरे कमरे में सो रहे मनीष पत्नी के साथ उठकर आए और मां-बहन को बचाने में जुट गए। इसमें आग की लपटों ने उन्हें भी चपेट में ले लिया। चीख-पुकार सुनकर आस-पड़ोस के लोग दौड़े और किसी तरह परिवार को बचाकर बाहर निकाला। साथ ही पुलिस को खबर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से चारों लोगों को जिला अस्पताल भेजा। जहां बेटी संगीता को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया जबकि मां को हालत नाजुक होने पर झांसी रिफर किया गया। बचाने के चक्कर में झुलसे मनीष और उनकी पत्नी कासे प्राधमिक उपचार किया गया।
घटना की वजह को लेकर रिश्तेदारों ने बताया कि वृद्धा मांडवी की मानसिक स्थिति काफी पहले से खराब थी जबकि संगीता का अपने पति से कई सालों पहले तलाक हो गया था जिसके बाद से वह मायके में ही रह रही थी। तलाक होने की वजह से संगीता का भी मानसिक संतुलन ठीक नहीं था।