Gurugram Building Collapse: आठ महीने से बन रहा था मौत का मकान​

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RGA न्यूज़ संवाददाता,गुरुग्राम

गुरुग्राम के उल्लावास गांव में सात जिंदगियों के लिए काल बनी इमारत का पिछले आठ माह से निर्माण हो रहा था। उत्तर प्रदेश और बिहार से आए करीब 12 लोग इस इमारत में किराए पर रह रहे थे। बुधवार को जब चौथी मंजिल की छत डाली गई तो पहले से कमजोर मकान गुरुवार सुबह सवा पांच बजे जमीदोंज हो गया। इसके अंदर मौजूद सात लोग इसमें दब गए। गुरुवार को लंबे रेसक्यू के बाद छह युवकों के शव को निकाला जा सका। बिल्डिंग के पास रहने वाले लोगों के अनुसार मकान मालिक आपत्ति के बावजूद निर्माण कर रहा था।

मकान में थे सात लोग
हादसे के वक्त मकान में सात लोग मौजूद थे। हादसे में अपने बेटे को खोने वाले उत्तर प्रदेश के फिरोजबाद निवासी जोगिंदर के अनुसार, बिल्डिंग में सात लोग दबे हुए थे, जबकि वह अपने साथी रामजीत के साथ नाइट ड्यूटी पर गए थे। इसलिए वे बच गए। इस बिल्डिंग के पीछे रहने वाले एक युवक ने जोगिंदर को मोबाइल पर हादसे की सूचना दी। इसके बाद वह 15 मिनट में मौक पर पहुंचे। इसके बाद हादसे की सूचना पुलिस की दी।

सबसे पहले पहुंची पुलिस
इमारत गिरने की सूचना पर सबसे पहले सेक्टर-65 थाना पुलिस करीब 20 मिनट में पहुंची। इसके बाद बचाव कार्य शुरू कराने के एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर बुलाया। घटना के करीब घंटे भर बाद छह बजे बचाव कार्य शुरू हो पाया। गांव के सरंपच अनिल ने बताया कि गांव की जमीन पर निर्माण के लिए कोई अनुमति की जरूरत नहीं होती है। न ही मकान की ऊंचाई तय करने के संबंध में कोई स्पष्ट निर्देश है।

इलाके में एक और बिल्डिंग
गांव वालों के अनुसार, यह इमारत दयाराम की है। दयाराम ने पिछले मई-जून में इस इमारत का निर्माण शुरू कराया था। पूरी बिल्डिंग एक साथ न बनवाकर वह इसका निर्माण टुकड़ों में करवा रहा था। दिसंबर के अंत में उसने चौथी मंजिल का काम शुरू कराया था। इस पर कुछ लोगों ने आपत्ति भी की, लेकिन दयाराम इसके बाद भी निर्माण कार्य करवा रहा था। लोगों ने बताया गांव में दयाराम की गांव में तीन इमारतें हैं। इसमें एक में वह खुद रहता है, जबकि दूसरी बिल्डिंग को किराए पर दे रखा गया है। तीसरी बिल्डिंग की वह चौथी मंजिल तैयार कर रहा था।

पशुओं को निकाल लिया
मकान मालिक दयाराम बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर का इस्तेमाल पशुओं को बांधने के लिए कर रहा था। जानकारी में सामने आया है कि हादसे से कुछ वक्त पहले दयाराम ने ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद अपने पशुओं को निकाल कर दूसरे मकान में पहुंचा दिया। इसलिए हादसे में किसी भी पशु की मौत नहीं हुई। गांव वालों के अनुसार, बिल्डिंग के गिरने के बाद दयाराम को गांव में नहीं देखा गया।

मृतकों का पोस्टमार्टम आज
हादसे में मरने वाले लोगों को शुक्रवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा। गुरुवार को सभी के शव को पोस्टमार्टम के लिए गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल रखवाया गया।

 

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