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यूपी-उत्तराखंड के जहरीले शराब कांड में शुरू हुई राजनीति, योगी और अखिलेश ने एक-दूसरे को ठहराया जिम्मेदार.
RGA News यूपी उत्तराखंड
हरिद्वार और सहारनपुर जिलों में जहरीली शराब पीकर मरने वालों की संख्या 61 पहुंच गई है। इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। बीजेपी और एसपी ने जहां एक-दूसरे को ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया है वहीं कांग्रेस ने भी हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
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लखनऊ
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पड़ोसी जिलों हरिद्वार और सहारनपुर में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा शनिवार को बढ़कर 61 पहुंच गया। इसके अभी और बढ़ने की आशंका है। इस बीच दोनों राज्यों की सरकारों ने कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को लापरवाही बरतने के लिए निलंबित कर दिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। पूरे मामले की जांच के लिए दोनों राज्यों ने संयुक्त कमिटी बनाई है। उधर, मामले में अब शराब कांड पर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है।
बीजेपी और एसपी ने इस मुद्दे को लेकर एक-दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसी घटनाओं में एसपी नेताओं की संलिप्तता की ओर इशारा किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में पहले भी जहरीली शराब पीने से लोगों की मौतें हुई हैं और ऐसे मामलों में एसपी नेताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है।
वहीं, एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि 61 लोगों की मौत का जिम्मेदार सिर्फ जहरीली शराब नहीं बल्कि दोनों प्रदेशों की बीजेपी सरकारें भी हैं। भ्रष्टाचार की वजह से अवैध शराब पर रोक लगाने की न तो बीजेपी सरकारों की नीयत है और न कोई कारगर नियंत्रण। कांग्रेस के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोगों की मौत पर दुख जताया है। सिंधिया ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने सहारनपुर डीएम से बात की है और घटना का विवरण मांगा है।
ज्वाइंट कमेटी बनाने का हुआ निर्णय
इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से बात की है। दोनों ने इस पर संयुक्त कमिटी बनाने का निर्णय लिया है। रावत ने कहा है कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ कठोर काईवाई की जाएगी। अवैध शराब बिक्री का कोई भी मामला सामने आने पर संबंधित क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारियों पर कारवाई की जाएगी।
तेरहवीं में शराब पीने के बाद हुआ हादसा
उत्तराखंड के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अशोक कुमार ने बताया कि हरिद्वार के बालूपुर गांव में गत गुरुवार को आयोजित एक तेरहवीं कार्यक्रम में ग्रामीणों ने शराब पी थी। मरने वालों में से 24 बालूपुर और इसके निकटवर्ती गांवों के हैं। बालूपुर से शराब पीकर सहारनपुर स्थित अपने घर पहुंचे लोगों की भी मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार से लेकर अब तक कुछ और लोगों के मरने की रिपोर्टें मिली हैं। यह पता लगाने के लिए उनकी विसरा की जांच की जा रही है कि क्या उनकी मौत का संबंध भी जहरीली शराब से है।
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कई अधिकारी किए गए निलंबित
दोनों राज्यों की सरकारों ने कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को लापरवाही बरतने के लिए निलंबित कर दिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं । सहारनपुर के जिला मैजिस्ट्रेट आलोक पांडेय ने बताया कि उनके जिले के नांगल और आसपास के गांवों के निवासी बालूपुर गांव से शराब पीकर आने के बाद बीमार पड़ गए। शुक्रवार तक हरिद्वार में 16 लोगों की मौत हो गई थी और सहारनपुर में 18 और मौतें हुईं।
कुशीनगर में भी मरे थे 9 लोग
मालूम हो कि इसी हफ्ते पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से नौ लोगों की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुशीनगर और सहारनपुर के जिला आबकारी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उत्तराखंड में आबकारी विभाग के 13 अधिकारियों और चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। दोनों राज्यों में जहरीली शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए अभियान चलाया गया है।