चंपावत संवाददाता
हर वर्ष गर्मी का मौसम शुरू होते ही विभिन्न विभागों द्वारा आग से बचाव के लिए गोष्ठी आयोजित की जाती है। जिसमें कई बडे़ दावे व विचार रखे जाते है। लेकिन घटना होने की स्थिति में इन दावों की पोल सामने आ जाती है। वहीं नगर के कई विभागों में आग के बचाव के लिए महत्वपूर्ण सामग्री तक उपलब्ध नही है।
एफसीआई गोदाम में पिछले दस वर्षो से आग के बचाव के लिए उपकरण उपलब्ध नही है। इस गोदाम में आग के बचाव के लिए दो बाल्टी टूटी-फूटी हालत मे है। जिसमे रेता रखा गया है।
जबकि इस गोदाम में पहाड़ों व मैदानी क्षेत्र में जाने के लिए हजारों टन खाद्यान सामग्री स्टॉक रहता है। ऐसे हालातों में कभी भी बड़ा हादसा घट सकता है। जबकि गैस गोदाम में दो उपकरण ही आग बुझाने के लिए रखे गए है। जबकि यहां काफी संख्या में खाली व भरे गैस सिलेन्डर रहते है। इसके अलावा सरकारी व निजी कार्यालयों में भी आग के बचाव के लिए खास इंतजामात नही किए गए है। अग्निशमन विभाग द्वारा भले ही समय-समय पर सरकारी व निजी विद्यालयों व कार्यालयों के अलावा चौराहों में आग से बचाव केलिए गोष्ठी, नुक्कड सभा व पम्पलेटों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाता रहा हो लेकिन उनके द्वारा इस पर सख्ती से कभी अमल नही किया गया है।