Rga news
Lok Sabha Election 2019. कहा जा रहा है कि अभी भी स्वस्थ दिख रहे कडिय़ा मुंडा ने खूंटी सीट के लिए पार्टी के स्तर पर लॉबिंग भी नहीं की।...
रांची कडिय़ा मुंडा को भाजपा से टिकट नहीं मिला और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा से स्पष्ट है कि अब वे चुनाव लडऩे भी नहीं जा रहे। इसके बावजूद उम्र अधिक होने के कारण कडिय़ा मुंडा का टिकट काटे जाने की बात क्षेत्र के लोगों को पच नहीं रही। आडवाणी जी के करीबी रहे कडिय़ा मुंडा के टिकट कटने की संभावना पहले से ही चल रही थी।
उम्रदराज हैं लेकिन थके नहीं
लगभग 83 साल के कडिय़ा मुंडा उम्रदराज जरूर दिखते हैं लेकिन थके नहीं हैं और अभी भी पूरे जोर-शोर से क्षेत्र में सक्रिय दिखते हैं। कार्यकर्ताओं के बीच भी उनका आना-जाना लगा रहता है और मौका मिलते ही खेतों में समय बिताते हुए उन्हें देखा जा सकता है।
संगठन से दूरी बना बड़ा कारण
कडिय़ा मुंडा राज्य संगठन से दूरी बनाकर रखते थे। संगठन भी उनसे दूर-दूर अपनी योजनाएं चलाता रहा। टिकट के लिए भी कडिय़ा ने राज्य से लेकर दिल्ली तक कहीं भी लॉबिंग नहीं की। कुछ लोग यह भी मान रहे हैं कि वे स्वयं टिकट की दौर से बाहर रहना चाहते थे।
कोलेबिरा उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार की करारी हार
पिछले दिनों कोलेबिरा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा। खूंटी संसदीय क्षेत्र के अधीन इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीवार को जातिगत और सामाजिक वोट भी नहीं मिलने की बात सामने आई थी। इससे पार्टी के एक वर्ग में कडिय़ा मुंडा को लेकर नाराजगी भी थी।
नसीहत देने में कभी पीछे नहीं रहते
कडिय़ा मुंडा हाल के दिनों में राज्य सरकार की नीतियों पर नियमित तौर पर नसीहत देते थे। स्कूलों के मर्जर का विरोध, भूमि अधिग्रहण बिल की आलोचना और पत्थलगड़ी को लेकर लचीला रवैया अपनाने से पार्टी में उनकी छवि प्रभावित हुई थी।