
मुजफ्फरनगर समाचार
मुजफ्फरनगर : एससी/एसटी एक्ट में बदलाव के विरोध में दलितों के प्रदर्शन के चलते जिले में रोडवेज व रेलवे को 80 लाख रुपये का नुकसान हो गया। रेलवे के आरक्षण कक्ष पर 30 लाख रुपये के आरक्षित टिकट वापस हुए। वहीं रोडवेज को 40 लाख रुपये का नुकसान हो गया। रोडवेज की बसें दिनभर बस अड्डे पर ही खड़ी रह गई।
मुजफ्फरनगर डिपो से प्रतिदिन निगम की व अनुबंधित 200 से अधिक बसें निकलती हैं। वहीं दूसरे डिपो की भी लगभग इतनी ही बसें यहां पर आती हैं। मुजफ्फरनगर डिपो को इन बसों से प्रतिदिन 40 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होता है। मगर प्रदर्शन के कारण तीन बजे तक यह सभी बसें रोडवेज बस अड्डे के अंदर ही खड़ी रहीं। वहीं बसों की सुरक्षा को लेकर यहां पर प्राइवेट चौकीदार व रोडवेज के कर्मचारी खुद ही बस अड्डे के दोनों गेट पर बैठ गए। वहीं रेलवे स्टेशन पर सुबह नौ बजे के बाद से दोपहर दो बजे तक 30 लाख रुपये के आरक्षित टिकट वापस हुए। वहीं पैसेंजर व एक्सप्रेस गाड़ियों के रोजाना 10 लाख रुपये के साधारण टिकट खरीदे जाते हैं। नौ बजे से शाम चार बजे तक टिकट खिड़की खाली दिखी।
बस फूंकी, स्टेशन पर काउंटर तोड़े
बिजनौर से आ रही मुजफ्फरनगर डिपो की बस को प्रदर्शनकारियों ने जानसठ रोड पर माधव विहार के पास आग के हवाले कर दिया। बस में बैठे यात्रियों से अभद्रता करते हुए उन्हें उतार लिया गया। बस में बैठी महिला सवारियों के साथ अभद्रता भी की गई। फायर बिग्रेड ने आग बुझाई। वहीं रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने वे¨टग रूम के शीशे तोड़ डाले। प्लेटफार्म नंबर एक पर लगी घड़ी व साइन बोर्ड तोड़ दिए। पूछताछ कार्यालय के बाहर रखी टिकट वे¨डग मशीन को भी तोड़ डाला। प्लेटफार्म नंबर दो पर स्थित सोनू की चाय की कैंटीन में लगे शीशे तोड़ दिए गए, जबकि अनुज बुक स्टॉल पर रखी किताबें उठाकर फेंक दी और कुछ को अपने साथ ले गए।
कैंटीन में रखा सामान लूटा
प्लेटफार्म नंबर दो पर स्थित कैंटीन में रखे बिस्कुट, चिप्स, कोल्ड ¨ड्रक व अन्य सामान प्रदर्शनकारी युवक लूट कर ले गए। दुकानदार सोनू के साथ मारपीट भी की गई।