
संवाददाता चम्पावत
चम्पावत नो वर्क नो पे का फार्मूला भले ही किसी विभाग में न चलता हो लेकिन जनपद के पुलिस विभाग में यह देखने को मिला। एसपी ने जिले के 36 कर्मचारियों का 83 हजार रुपये वेतन एक साल में काट दिया है। एसपी धीरेंद्र गुंज्याल ने मंगलवार की रात जब एसपी कार्यालय का निरीक्षण किया तब इसका खुलासा हुआ। एसपी ने निरीक्षण के दौरान कर्मचारियों को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने व कर्मचारियों के रिकॉर्ड पूरा करने के निर्देश दिए।
एसपी ने बताया कि सबसे पहले एकाउंट सेशन का निरीक्षण किया गया। जिसमें सभी 638 कर्मचारियों का वेतन बन रहा है। सबसे बड़ी बात नो वर्क नो पे के तहत जनपद के करीब 36 कर्मचारियों के वेतन से 83000 की कटौती की गई है। बगैर परिवार के बाहर रहने वाले कर्मचारियों को बैरक में रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस बावत बैरकों को दुरस्त करने के आदेश दिए हैं। इन्हें विशेष परिस्थितियों में ही नाइट पास दिया जाएगा। सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया गया कि पेंशनर्स की बैठक प्रतिमाह लेकर क्राइम मीटिंग में उनकी समस्याओं को बताएं। कर्मचारियों को उनका रोल रजिस्टर जरूर दिखाएं जिससे उनके अच्छे व बुरे कार्य का पता चल सके। कर्मचारियों के जीपीएफ का रिकॉर्ड भी सही से मेंटेन करें। कांस्टेबल व हेड कांस्टेबल का वार्षिक स्वास्थ्य परीक्षण करें। थानों में फैले बिजली के तारों को दुरुस्त करें जिससे कोई घटना न हो। टनकपुर कोतवाल का आवास पूरी तरह खस्ताहाल हो गया है जिसे डिस्मेंटल करने के लिए रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जा रही है। इसमें कभी भी कोई हादसा हो सकता है।