
बरेली संवाददाता
विश्व धर्म संसद में लहराया भारत का परचम
सिओल ओलंपिक स्टेडियम सियोल दक्षिण कोरिया में आयोजित विश्व धर्म संसद व यूनिवर्सल पीस कॉन्फ़्रेंस में जिसमें 102 देशों के प्रतिनिधि व एक लाख से अधिक लोगों की उपस्थिति रही श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर स्वामी हरि चैतन्य पुरी जी महाराज ने भारत का प्रतिनिधित्व करके अपने संबोधन से भारत का गौरव भी बढ़ाया व विश्व मंच पर भारत का परचम लहराया।
महाराज जी के सम्बोधन समाप्त होने पर सवा लाख लोगों ने खड़े होकर ताली बजाकर महाराज जी का सम्मान किया जहाँ यूनिवर्सल पीस कॉन्फ़्रेंस में समस्त उपस्थित देशों के प्रतिनिधियों को बोलने का एक मौक़ा भी पूरा नहीं मिला वहीं महाराज जी को तीन बार संबोधित करने का अवसर प्राप्त हुआ ।तथा सम्पूर्ण संबोधन के बीच तालियों से वातावरण गूँजता रहा। एक बार फिर “कामा के कन्हैया” व “लाठी वाले भैया “ स्वामी हरि चैतन्य पुरी जी महाराज ने विश्व मंच पर भारत का गौरव बढ़ाया ।
देश भर की हज़ारों मील की पद यात्रा करके लोगों को नदियों के प्रदूषण,गौहत्या व गायों की दुर्दशा,नशा व बुरे व्यसनों,ढोंग,पाखंड व अंधविश्वासों के विरुद्ध जागरूकता पैदा कर चुके हैं ।महाराज जी को बेस्ट स्पिरिचुअल लीडर ऑफ़ इण्डिया,इन्टरनेशनल बेस्ट स्पिरिचुअल लीडर इन हिन्दू मैथलॉजी, पर्यावरण रत्न व ब्रिटिश पार्लियामेंट के हाउस ऑफ़ कॉमंस में भारत गौरव के अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है ।लाखों लोग अपने शराब आदि बुरे व्यसनों को महाराज जी के संपर्क में त्याग चुके हैं वह त्याग रहे हैं। एक दर्जन से अधिक भाषाओं के ज्ञाता व करोड़ों लोगों के पथ प्रदर्शक स्वामी हरि चैतन्य महाप्रभु कोई व्यवसायिक कथा वाचक नहीं बल्कि लोगों की भावनाओं के बल पर ही देश विदेश में जाते रहे हैं वह जाते रहेंगे ।देश भर में स्थान स्थान पर महाराज जी के स्वागत के साथ साथ सम्मान समारोहों का आयोजन किया जा रहा है। सहयोग संजय गारखेल, संजीव कुमार सक्सेना, रोशनलाल अरोरा जगदीश भाटिया आदि लोग उपस्थित रहे।