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सीबीएसई ने की प्रोजेक्ट बेस्ड प्रैक्टिकल की व्यवस्था। 20 नंबर आंतरिक मूल्यांकन के तहत मिलेंगे विद्यार्थियों को।...
आगरा:-केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) के 12वीं के विद्यार्थियों के रिपोर्ट कार्ड को गणित सुधारेगा। छात्र-छात्रओं में तार्किक शक्ति बढ़ाने के लिए सीबीएसई ने मूल्यांकन प्रणाली में बदलाव किया है।
इंटर के विद्यार्थियों को 2019-20 सत्र में कम से कम 20 अंक प्रयोगात्मक परीक्षा (आंतरिक मूल्यांकन) के दिए जाएंगे। सीबीएसई की ओर से लिखित परीक्षा 80 अंकों की कराई जाएगी। इससे विद्यार्थियों को ज्यादा अंक लाने में फायदा मिलेगा। अंग्रेजी, हिंदी, सोशल साइंस और साइंस में पहले से ही प्रयोगात्मक परीक्षा होती थी। सीबीएसई बोर्ड के सिटी समन्वयक और सुदिति ग्लोबल सीनियर सैंकेंडरी एकेडमी के प्रशासनिक प्रधानार्चा डॉ. राम मोहन ने बताया कि अब गणित में प्रोजेक्ट बेस प्रैक्टिकल लागू कर दिया गया है। इससे विद्यार्थियों को सिर्फ नंबर में ही लाभ नहीं बल्कि ज्ञान में भी लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि सीबीएसई से जारी मैथ किट स्कूल संचालकों को लेनी चाहिए। इससे बच्चों के कांसेप्ट क्लियर होंगे। सीबीएसई स्कूलों में मैथ्स लैब अनिवार्य की जा चुकी है। कुछ स्कूल संचालक लैब नहीं बनवाते। एक्सटेंशन ऑफ एफिलिएशन के लिए मैथ्स लैब होना जरूरी है। तीन साल में रिन्यूवल होता है। नए स्थापित होने वाले संस्थानों को भी तभी मान्यता मिलेगी, जब वहां मैथ्स लैब होगी।