मिसाइल विध्वंसक आइएनएस रंजीत 36 साल की सेवा के बाद छह मई को हो जाएगा सेवामुक्त

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Rga news

अपने कार्यकाल में इस जहाज ने पश्चिमी और पूर्वी दोनों समुद्रतटों में सेवा देने का गौरव हासिल किया। पश्चिमी और पूर्वी बेड़ों का ध्वजवाहक भी रहा।..

विशाखापट्टनम:-भारतीय नौसेना के महत्वपूर्ण मिसाइल विध्वंसक आइएनएस रंजीत को 36 साल की सेवा के बाद छह मई को यहां नौसेना डॉकयार्ड में भेज दिया जाएगा।

भारतीय नौसेना द्वारा गुरुवार को जारी बयान के अनुसार, आइएनएस रंजीत कशिन वर्ग के पांच विध्वंसकों में से तीसरा है। इसका निर्माण सोवियत संघ ने किया था। इसे आइएनएस रंजीत के रूप में 15 सितंबर 1983 में नौसेना में शामिल किया गया था। तब कैप्टन विष्णु भागवत इसके प्रमुख थे। भागवत वर्ष 1996-98 तक नौसेनाध्यक्ष भी रहे।

अपने कार्यकाल में इस जहाज ने पश्चिमी और पूर्वी दोनों समुद्रतटों में सेवा देने का गौरव हासिल किया। पश्चिमी और पूर्वी बेड़ों का ध्वजवाहक भी रहा। 'सदा रण जयते' धेय वाक्य वाले आइएनएस रंजीत ने देश की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाई और कई ऑपरेशनों में शामिल रहा।

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