विस्फोट प्रकरण : जयचंदों की सक्रियता से बैरंग लौटा सरकारी अमला

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RGA News

थानाभवन : इसे विभागीय जयचंदों की 'कार्रवाई' समझे या फिर कुछ और। थानाभवन में पटाखा कारोबारियों के यहां पर अधिकारियों की छापेमारी में सब कुछ सही पाया गया। टीम को कोई कमी नही दिखाई दी। बिना किसी कार्रवाई के ही यह टीम बैरंग खाली हाथ वापस लौट गई।

थानाभवन नगर के मोहल्ला रेत्ती में एक स्कूल के बाहर कचरे में हुए विस्फोट के बाद छापेमारी में मोहल्ला बंदागढ़ में पटाखा बनाने की सामग्री के अवैध भंडारण मिलने से प्रशासन और भी सख्ती में आ गया है। रविवार को एसडीएम शामली सुरजीत कुमार ने अग्नी शमन सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों के साथ नगर में 13 लाईसेंसधारियों के यहां छापेमारी की। टीम सर्वप्रथम थानाभवन के देहली सहारनपुर मार्ग पर अतर सिंह डिग्री कालेज के पास स्थित इकबाल अहमद पुत्र अजीमुदीन की फैक्ट्री पर पहुंचीं। वहां पर दो लाईसेंस इकबाल व अखलाक पुत्र इलियास के नाम से दिखाए गये। यहां पर टीम को फुलझडियां बनती मिली। टीम ने नियमों के अनुरूप कार्याे के होने की जांच की। यहां पर कुछ नही मिला। इसके पश्चात टीम ने इसी फैक्ट्री से कुछ दूरी पर स्थित फैक्ट्री पर छापेमारी की। वहां भी दो लाईसेंस आरिफ पुत्र इकबाल व इखलाक पुत्र इलियास के नाम से लाईसेंस दिखाए। इसके बाद टीम ने नगर में बने अन्य लाईसेंसधारियों नफीस पुत्र नन्हा, फिरोज पुत्र नन्हा, शरीफ पुत्र बशीर, अकरम पुत्र नफीस, वकील पुत्र शकील, आसिफ पुत्र जहीर, मेहराज पुत्र सरफराज, रियासत पुत्र सदाकत व शकील पुत्र शमशाद के यहां छापेमारी की। सभी स्थानों पर छापेमारी में टीम ने बारीकी से जांच करते हुए पूछताछ भी की। परन्तु कोई खामी टीम को नही मिली। इस पूरी कार्रवाई में ऐसा लग रहा था कि मानो पहले से ही फैक्ट्रियों में जांच को लेकर सतर्कता बरती गयी हो। एक फैक्ट्री संचालक के यहां रखी वेस्टेज को देख एसडीएम ने पूछा कि वेस्टेज कहा डालते हो तो पहले तो फैक्ट्री मालिक ने बताया कि वेस्टेज नदी में डाली जाती है परन्तु नदी वर्षो से बन्द है, इस बारे में पूछने पर फैक्ट्री स्वामी बगलें झांकता नजर आया। जबकि महराज की खानपुर मार्ग पर स्थित फैक्ट्री में पडे कच्चे छप्पर को देख अधिकारियों ने उसे तुरन्त हटवाने के निर्देश दिया। इस पूरी कार्रवाई को लेकर चर्चा बनी रही कि विभागीय अधिकारियों की छापेमारी के बारे में पहले ही जयचंद सक्रिय हो गए और यही वजह रही कि सभी जगह पर सब कुछ सही पाया गया। संभवत: पटाखा कारोबारी पहले से ही जांच के लिए तैयार हो थे। इन्होंने कहा-

13 में से दस लाइसेंसधारियों के यहां जांच की गई। वहां कुछ खास खामी नही मिली है। वह अपनी रिपोर्ट डीएम को देंगे। पुलिस अपनी जांच पड़ताल कर रही है-सुरजीत सिंह, एसडीएम शामली।

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