बूंदाबांदी से बढ़ी किसानों की धड़कन

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RGA News

सोमवार की सुबह से हो रही बूंदाबांदी ने किसानों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। आसमान में घटाएं घिरी हैं और बूंदाबांदी हो रही है। बेमौसम बरसात से रबी की फसल बर्बाद हो सकती है।

मौसम के अचानक करवट बदलने और आसमान में बादल छाए रहने से किसानों का कलेजा कांपने लगा है। मौसम की मार से रबी की फसल चौपट हो सकती है। किसानों को रबी की फसल से काफी आस है। फसलें बर्बाद होने से ऋण के जाल में फंसे किसान आए दिन आत्महत्याएं कर रहे हैं। सोमवार को आसमान में बादल घिर आने से किसानों की धुकधुकी बढ़ गई। उन्होंने मंदिरों मस्जिदों में फसल के लिए दुआएं कीं। किसानों की जख्मों पर पर्याप्त मात्रा में सरकारी मरहम की दरकार है। जबकि, सरकार ने किसानों को ऋण माफी देने से दो टूक मना कर दिया है। 

इस वर्ष रबी की फसलें अच्छी हुई हैं। यदि मौसम साथ देता है तो गेहूं और लाही की बंपर पैदावार है। आलू और मटर की भी फसल अच्छी रही है। बारिश होने से गेहूं की तैयार फसल खेतों में गिर सकती है।

 

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