
RGA न्यूज संवाददाता अमरजीत
बरेली: पिछले दिनों हुई बरसात और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा सरकार देगी. भारी बरसात के कारण किसानों की सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो गई थी.किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए प्रशासन ने फसल नुकसान का सर्वे पूरा कर लिया है. सबसे ज्यादा नुकसान फरीदपुर तहसील में हुआ है.
यहां पर 216 हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है. यहां के प्रभावित 1509 किसानों को सरकार की तरफ से 29.16 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा. जबकि कई किसानों को मुआवजे का लाभ नही मिल पाएगा क्योकि कई किसानों का नुकसान 33 प्रतिशत से कम है.
फरीदपुर में ज्यादा नुकसान जिले में सात अप्रैल को हुई भारी बरसात और ओलावृष्टि से किसानों की फसल को तगड़ा नुकसान हुआ था. सबसे ज्यादा गेंहूं की फसल का नुकसान हुआ था. जिलाधिकारी ने जिले के सभी तहसीलों में तैनात एसडीएम से बर्बाद फसल की रिपोर्ट मांगी थी.
एसडीएम की अगुवाई में राजस्व विभाग की टीमों ने बर्बाद फसलों का सर्वे कर अपनी रिपोर्ट एडीएम वित्त एवं राजस्व को सौंप दी है. रिपोर्ट के अनुसार आंवला, बहेड़ी और मीरगंज में फसल को नुकसान नहीं हुआ है. जबकि सबसे ज्यादा नुकसान फरीदपुर तहसील के किसानों का हुआ है.
फरीदपुर के मटिया नगला, दिथोका और मकसूदनपुर में 60 प्रतिशत से ज्यादा फसल बर्बाद हुई है. मटिया नगला के 512 किसानों को दिथोका के 572 और मकसूदनपुर 425 किसानों को मुआवजा दिया जाएगा.
कई किसानों को नहीं मिलेगा मुआवजा बरसात में बर्बाद हुई फसल के मुआवजे का इंतजार कर रहे कई किसानों को मुआवजे का लाभ नहीं मिल पाएगा. सदर तहसील के अहियापुर, कचौली, लालपुर, तिगरा समेत कई गांव के किसानों की फसल बर्बाद हुई है, लेकिन इन किसानों का सर्वे नहीं हो पाया है, जिसके कारण इन्हें मुआवजा नहीं मिल पाएगा.
इसके साथ ही जहां पर फसलों का नुकसान 33 प्रतिशत से कम हुआ है, वहां भी किसानों को मुआवजा नहीं मिल पाएगा. सर्वे में फरीदपुर को छोड़कर सभी तहसीलों में नुकसान 33 प्रतिशत से कम बताया गया है.