Cyclone Vayu Live: गुजरात तट को छू कर निकल जाएगा तूफान वायु, खतरा अभी भी बरकरार, NDRF, आर्मी और नेवी तैनात Rga news

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Cyclone Vayu Live Updates मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात की तरफ बढ़ रहे चक्रवाती तूफान वायू ने अपनी दिशा बदल ली है। अब ये गुजरात के तट को छू कर निकल जाएगा।...

आहमदाबाद:-चक्रवाती तूफान 'वायु' (Cyclonic storm Vayu) को लेकर गुजरात पर छाया संकट थोड़ा कम होे गया है। मौसम विभाग के मुताबिक 150 से ज्यादा की रफ्तार से गुजरात (Gujarat ) की तरफ बढ़ रहे चक्रवाती तूफान वायु ने अपनी दिशा बदल ली है। माना जा रहा है कि अब वह गुजरात के तटीय इलाकों को छू कर निकल जाएगा। हालांकि, खतरा अभी पूरी तरह ने नहीं टला है। चक्रवात वेरावल, पोरबंदर (Porbandar), द्वारका के पास से गुजरेगा, जिससे इन इलाकों में भारी आंधी और बारिश होगी। गुजरात सरकार ने हालात से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की हैं। इस दौरान एनडीआरएफ की 52 टीमों को तैनात किया गया है, साथ ही सेना के तीनों अंगों और कोस्ट गार्ड को भी अलर्ट पर रखा गया है। 

- गुजरात सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव पंकज कुमार ने कहा है कि सरकार अभी भी चक्रवात को लेकर पूरी तरह से गंभीर है। लोगों को अभी भी राहत शिविरों में ही रहने को कहा गया है।
- भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान वायु आज दोपहर सौराष्ट्र तट के करीब से गुजरेगा जिस दौरान हवा की स्पीड 135-160 किमी प्रति घंटे होगी। दीव, गिर, सोमनाथ, जूनागढ़, पोरबंदर, द्वारका जैसे इलाके इससे प्रभावित होंगे। 
-चक्रवात वायु के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने खाने के पैकेट भी तैयार किए हुए हैं, जिसे जरुरतमंदों को दिया जाएगा।

- चक्रवात के दौरान सोमनाथ मंदिर बंद न रहने पर गुजरात सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह चूड़ासामा ने कहा है कि ये कुदरत की आफत है, हम इसे नहीं रोक सकते, कुदरत ही इसे रोक सकती है।
-  चक्रवात वायु के चलते महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र के सभी बीच को जनता के लिए बंद कर दिया गया है।

चक्रवात के टकराने से पहले ही कई जगहों पर इसका असर भी देखने को मिल रहा है। गीर के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर क्षेत्र में हवा की रफ्तार काभी तेज हो गई है, समुद्र में ऊंची लहरे उठ रही है। तेज हवा की वजह से मंदिर के प्रवेश द्वार की छत उड़ गई। हालांकि, इस दौरान किसी के घायल होने की खबर नहीं है।

गांवों को कराया गया खाली
प्रशासन ने एहतियातन कदम उठाते हुए तटीय इलाकों में रह रहे लगभग 4 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। देर रात तक NDRF और पुलिस की टीमों ने मिलकर कई गांवों को खाली कराया। लगभग 10 हजार से ज्यादा पर्यटकों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।

यातायात सेवाएं बाधित
तूफान के चलते रेल, सड़क और वायु यातायात सेवाएं बाधित हो गई हैं। पोरबंदर समेत प्रभावित इलाकों के हवाई अड्डों से उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है। चार सौ उड़ानों पर इसका असर पड़ा है। पश्चिम रेलवे ने गुजरात के तटवर्ती इलाकों से गुजरने वाली 15 ट्रेनों को रद कर दिया है, उनका समय बदल दिया है। प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में पोर्ट पर भी कामकाज ठप है।

प्रशासन ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर 
चक्रवाती तूफान वायु के दौरान लोगों की मदद के लिए प्रशासन ने कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए है। NDRF के कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर- 91-9711077372, कच्छ कंट्रोल रूम का नंबर- 02832-250080, राजकोट कंट्रोल रूम का नंबर- 0281-2471573, जामनगर कंट्रोल रूम का नंबर- 0288-2553404, पोरबंदर कंट्रोल रूम का नंबर- 0286-2220800 और दाहोद कंट्रोल रूम का नंबर- 02673-239277 है।

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