पूर्वांचल में बरसात से तीन की मौत, पेड़ गिरने व सड़क धंसने से आवागमन पर असर

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RGA News, बनारस

पूर्वांचल के जिलों में गुरुवार को भी पानी बरसने का क्रम जारी रहा। लगातार वर्षा होने से आम जनजीवन पर असर पडऩे लगा है।...

वाराणसी:- पूर्वांचल के जिलों में गुरुवार को भी पानी बरसने का क्रम जारी रहा। लगातार वर्षा होने से आम जनजीवन पर असर पडऩे लगा है। जल जमाव, सीवर ओवर फ्लो, सड़क धसंने, बिजली आपूर्ति में बाधा, मकान-पेड़ गिरने से लोगों को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है। बरसात के कारण आजमगढ़, जौनपुर व चंदौली में एक-एक लोगों की मौत भी हो गई। तेज वर्षा के कारण कई जिलों में कक्षा आठ तक के स्कूलों को बंद किया गया है। जहां खुले रहे वहां छात्र व शिक्षकों की उपस्थिति बहुत ही कम रही। शुक्रवार को पानी तो नहीं बरसा लेकिन आसामान में बादल छाए रहे। वहीं सभी नदियों के जलस्‍तर में तेजी दर्ज की जा रही है।

तीन की मौत : जौनपुर के खेतासराय में मिट्टी की दीवार गिरने से 55 वर्षीय अमरावती देवी की मौत हो गई। चंदौली के शाहपुर गांव में 23 वर्षीय सविता की मौत कच्चा मकान गिरने से हो गई।आजमगढ़ के मुबारकपुर  क्षेत्र के कुकुरसंडा गांव निवासी 70 वर्षीय तकबल्ली अली की दीवार गिरने से मौत हो गई।

गिरा पेड़, आवागमन बाधित : चांदपुर के नट बस्ती में बलदेव नट के मकान में लगा करीब 80 साल पुराना नीम का पेड़ गिर गया। रामनगर में पीएसी मोड़ के पास बीच सड़क पर चिलबिल का पेड़ गिरने से रास्ता जाम रहा। वहीं वाजिदपुर में निर्माणाधीन मार्ग पर एक निजी स्कूली वाहन का पहिया धंस गया। बाबतपुर-चौबेपुर मार्ग आम का पेड़ गिरने से आवागमन बाधित रहा। कैंट स्टेशन के सामने बन रहे फ्लाई ओवर के कारण उखड़ी सड़कों के कारण जल जमाव है। इससे ट्रेन व बस यात्रियों को परेशानी हो रही है। जल जमाव के कारण गणेशपुरी में बनी सड़क बरसात में उखड़ गया।

बंगाल की खाड़ी से लगातार पर्याप्त मात्रा में नमी आ रही : जुलाई माह में गुरुवार को लगातार आठवें दिन भी मानसून झूम कर बरसा। मौसम विभाग के अनुसार  बुधवार को सुबह साढ़े आठ से रात्रि साढ़े आठ बजे तक 20 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालांकि शाम साढ़े पांच बजे तक यह आंकड़ा 15.4 मिमी था। वहीं एक जून से नौ जुलाई की सुबह साढ़े आठ बजे तक 216 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। जो बारिश दो जून एवं जुलाई को मिला कर हुई इसमें से एक ही दिन में बारिश का आंकड़ा 113.8 मिमी तक पहुंच गया था। यह रिकार्ड सोमवार सुबह साढ़े आठ से मंगलवार सुबह साढ़े बजे तक में बना। हालांकि इसके बरसात की गति कम हो गया। वहीं तापमान लुढ़का ही रहा। अधिकतम तापमान जहां मामूली बढ़ोतरी के साथ 29.8 पर आ गया था। वहीं न्यूनतम तापमान भी बढ़ोत्तरी के साथ 25.6 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था। प्रसिद्ध मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि अभी कुछ दिन और बारिश हो सकती है। कारण कि बंगाल की खाड़ी से लगातार पर्याप्त मात्रा में नमी आ रही है।

बढ़ा गंगा का जल स्तर : वाराणसी से बलिया तक लगातार दूसरे दिन भी गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार रविवार को गंगा का जल स्तर 57.96 मीटर हो गया था, जबकि मंगलवार को यह आंकड़ा 58.32 मीटर तक पहुंच गया। साथ ही 36 सेमी की बढ़ोतरी के साथ बुधवार को गंगा का जल स्तर 58.68 मीटर तक पहुंच गया था। बरसात के बाद फाफामऊ, प्रयागराज, मीरजापुर, गाजीपुर, बलिया में गंगा का जल स्तर बढऩे लगा है। हालांकि कौशांबी के फाफामऊ में गंगा का जल स्तर स्थित दर्ज किया गया।

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