भाजपा को मिला नया अध्यक्ष, योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को मिली जिम्मेदारी

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RGA News, लखनऊ

महेंद्रनाथ पाण्डेय के नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री बनने के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा उत्तर प्रदेश को नया अध्यक्ष मिलेगा। ...

लखनऊ:- भारतीय जनता पार्टी ने योगी आदित्यनाथ सरकार के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को उत्तर प्रदेश भाजपा का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। महेंद्रनाथ पाण्डेय के नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री बनने के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा उत्तर प्रदेश को नया अध्यक्ष मिलेगा। अमित शाह के स्थान पर जेपी नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी देने के बाद भाजपा ने अब अपने प्रादेशिक संगठन में भी बदलाव शुरू कर दिया है। 

योगी आदित्यनाथ सरकार में परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को पार्टी की उत्तर प्रदेश राज्य इकाई का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है। मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी की तरफ से यह घोषणा की गई है। पार्टी ने स्वतंत्र देव सिंह को उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी है। स्वतंत्र देव सिंह से पहले महेंद्र नाथ पांडे उत्तर प्रदेश में भाजपा के अध्यक्ष थे। स्वतंत्र देव सिंह को यूपी के कुर्मी नेताओं में प्रमुख माना जाता है और उन्हें संगठन स्तर पर काम करने का अच्छा अनुभव भी है। मिर्जापुर में जन्में स्वतंत्र देव सिंह ने अपनी कर्मभूमि बुंदेलखंड के जालौन को बनाई। शुरुआत में वह आरएसएस से जुड़े और फिर भाजपा के जरिए सक्रिय राजनीति में उतर आए। छात्र राजनीति में भी वह लगातार सक्रिय रहे और कई मुकाम हासिल किया।

स्वतंत्र देव सिंह यूपी सरकार में फिलहाल परिवहन, प्रोटोकॉल, ऊर्जा विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। यूपी के मिर्जापुर के मूल निवासी स्वतंत्र देव सिंह को अध्यक्ष बनाकर एक बार फिर पार्टी ने पूर्वांचल को साधने की दिशा में फैसला किया है। इससे पहले महेंद्र नाथ पांडेय भी पूर्वांचल के हिस्से से ही प्रदेश अध्यक्ष बनाए जा चुके हैं। महेंद्र नाथ पांडे अब केंद्र में मंत्री बन चुके हैं और भाजपा की एक व्यक्ति एक पद की नीति के तहत उनकी जगह स्वतंत्र देव सिंह को पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। अभी भी स्वतंत्र देव सिंह उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री हैं।  उत्तर प्रदेश के साथ ही भाजपा ने महाराष्ट्र और मुंबई में भी अध्यक्ष को बदला है। 

यूपी भाजपा का अध्यक्ष बनने के बाद स्वतंत्र देव सिंह को यूपी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना होगा। बीजेपी के संविधान के मुताबिक कोई भी व्यक्ति दो पद पर नहीं रह सकता है। स्वतंत्र देव सिंह अगर यूपी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देते हैं तो सीएम योगी आदित्यनाथ को एक नए मंत्री की तलाश होगी

लंबा राजनीतिक अनुभव

स्वतंत्र देव सिंह के पास लंबा राजनीतिक अनुभव है। लोकसभा चुनाव के दौरान स्वतंत्र देव सिंह मध्य प्रदेश के इंचार्ज थे। उनकी देखरेख में भाजपा ने मध्य प्रदेश में अच्छा प्रदर्शन किया और बीजेपी ने 29 में से 28 सीटें जीती। स्वतंत्र देव सिंह उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं। सितंबर 2017 में  वे विधान परिषद के निर्वाचित हुए थे। स्वतंत्र देव सिंह यूपी बीजेपी के बैकवर्ड चेहरा हैं। ओबीसी समुदाय से आते हैं। छात्र राजनीति से सार्वजनिक जीवन की शुरुआत करने वाले स्वतंत्र देव सिंह लंबे वक्त तक विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता रहे हैं। 90 के दशक में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री बनाए गए थे। इसके बाद उन्होंने बीजेपी युवा मोर्चा के साथ कानपुर और बुंदेलखंड के हिस्सों में काम किया।

अपने संगठनात्मक कौशल के कारण सिंह ने आसानी से पार्टी में अपना महत्वपूर्ण स्थान बना लिया। इसके बाद वह 1996 में युवा मोर्चा के महामंत्री और फिर 2001 में युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बने। इसके बाद स्वतंत्र देव सिंह को एमएलसी बनाया गया और फिर संगठन के अलग-अलग पदों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई। 2014 में यूपी लोकसभा चुनाव के दौरान स्वतंत्र देव सिंह यूपी में पीएम मोदी की रैलियों में प्रमुख रणनीतिकार के तौर पर काम करते रहे ।2017 में प्रदेश में जब भाजपा की पूर्ण बहुमत से सरकार बनी तो सीएम की दावेदारी में स्वतंत्र देव सिंह का भी नाम सामने आया। उन्हें यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार में परिवहन मंत्री बनाया गया। 

विधानसभा उपचुनाव में पहली परीक्षा

स्वतंत्र देव सिंह की पहली परीक्षा यूपी की 12 सीटों पर होने वाली विधानसभा उपचुनाव में होगी। यूपी के 12 विधायक लोकसभा चुनाव में सांसद बन गए हैं। कुछ ही दिनों में इन सभी सीटों पर उपचुनाव होने को है। स्वतंत्र देव सिंह के सामने इस उपचुनाव में

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