
RGA News, उत्तर प्रदेश मेरठ
गुरुवार की दोपहर बाद शुरू हुई झमाझम बारिश ने नाली नालों को साफ करने के दावों की धज्जियां उड़ाते हुए कई पॉश कालोनियों को भी अपनी जद में ले लिया। ...
मेरठ:- करीब सौ मिलीमीटर की वर्षा में गुरुवार को आधा मेरठ शहर जलमग्न हो गया ..और साथ ही डूब गई सारी प्रशासनिक व्यवस्था। नाली, नालों को साफ करने के दावों की धज्जियां उड़ाते हुए बरसाती पानी ने कई पॉश कालोनियों को भी जद में ले लिया।
ऐसा रहा कुछ मंंजर
डिफेंस कालोनी, शंभू नगर, जैन नगर, मलियाना, लालकुर्ती, तोपखाना, सदर, रजबन, शास्त्रीनगर सेक्टर-7, नेहरू नगर, घंटाघर, बच्चा पार्क चौराहा, रुड़की रोड आदि तमाम इलाकों में कहीं एक फीट पानी लहरा रहा था तो कहीं घुटनों तक। आलम यह था कि शहर से गुजरने वाले हर मार्ग का एक लंबा हिस्सा जलमग्न हो गया। इसके चलते आवागमन व्यवस्था पूरी तरह बैठ गई ..और चतुर्दिक भीषण जाम लग गया।
सारे दावे तो हवा-हवाई
सुबह से ही बादलों ने डेरा डाल रखा था। दोपहर बाद रिमझिम शुरू हो गई जो कुछ ही देर में तेज वर्षा में तब्दील हो गई। देखते ही देखते एक-एक कर निचले इलाकों में पानी भरने लगा। नाला, नाली साफ करने के हजार दावे के बीच जब कुछ ही देर में सड़कों पर पानी लहराने लगा तब लोगों को समझ में आया कि वो सारे दावे तो हवा-हवाई थे। इधर, जब सड़कों पर पानी लहराने लगा तो लोग रास्ते की तलाश में इधर-उधर भागने लगे। इसके चलते दिल्ली रोड, बेगमपुल, ईदगाह चौराहा, कमिश्नरी चौराहा, भूमियां का पुल, हापुड़ बस अड्डा चौराहा आदि स्थान भीषण जाम की चपेट में आ गए।
टूटे पेड और तार
भीषण जलजमाव के चलते हालात इस कदर खराब थे कि जिलाधिकारी आवास व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय परिसर में भी पानी भर चुका था। कचहरी व नगर निगम परिसर पहले ही जलमग्न हो चुके थे। बरसात और जलजमाव के चलते मवाना रोड समेत तीन स्थानों पर पेड़ भी गिरे। कई जगह तार भी टूटे जिसके चलते कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। जिन हजारों लोगों के घरों में पानी घुस गया था, देर रात वो उसे बाहर निकालने की जुगत में परेशान थे। लोगों को यह सोचकर पसीना आ रहा था कि अभी तो आधी से ज्यादा बरसात बाकी है, आगे न जाने क्या होगा।