रामपुर शहर सीट पर रहा आजम का दबदबा, पहली बार हो रहा उपचुनाव

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RGA न्यूज़ रामपुर मुरादाबाद

शहर विधानसभा सीट पर उपचुनाव पहली बार हो रहा है।...

रामपुर:- रामपुर की राजनीति के इतिहास में शहर विधानसभा सीट पर पहली बार उपचुनाव हो रहा है। इससे पूूूर्व कभी भी ऐसी नौबत नहीं आई। यहां पहले कांग्रेस और फिर समाजवादी पार्टी चुनाव जीतती रही। भाजपा या बसपा आज तक अपना विधायक नहीं बना पाईं लेकिन, इस बार भाजपा भी पूरे दमखम से चुनाव जीतने के लिए प्रयासरत है।

पिछले लंबे समय से आजम खां रहे हैं विधायक 

रामपुर विधानसभा सीट पर पिछले लंबे समय से आजम खां विधायक रहे। इस बार सांसद चुन लिए गए। इसके बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। अब यहां उपचुनाव हो रहा है। सोमवार से नामांकन भी शुरू हो गया है लेकिन, अभी भाजपा और सपा प्रत्याशी घोषित नहीं कर सकी हैं। बसपा और कांग्रेस पहले ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी हैं। कांग्रेस से अरशद अली खां गुड्डू और बसपा से जुबैर मसूद खां उम्मीदवार हैं। रामपुर विधानसभा सीट के इतिहास पर नजर डालें तो यहां आजादी के बाद 1951 में हुए पहले चुनाव में कांग्रेस के फजलुल हक विजयी रहे। इसके बाद स्वतंत्र प्रगतिशील विधान मंडलीय दल के असलम खां चुनाव जीते। तीसरे चुनाव में कांग्रेस की किश्वर आरा बेगम और चौथे चुनाव में स्वतंत्र पार्टी के अख्तर अली खां विधायक बने और प्रदेश सरकार में मंत्री रहे। पांचवीं विधानसभा में नवाब सैयद मुर्तजा अली खां विजयी रहे। इसके बाद छठे व सातवें विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के शन्नू खां विजयी रहे। आठवीं विधान सभा के लिए 1980 में हुए चुनाव में जनता पार्टी से और नौवें चुनाव में लोकदल प्रत्याशी चुनाव जीते। 1989 में जनता दल से तीसरी बार विधायक चुने गए और मंत्री बने। इसके बाद फिर आजम 1991 व 93 में  समाजवादी पार्टी से चुनाव जीते लेकिन, 1996में हार गए। तब कांग्रेस के अफरोज अली खां चुनाव जीते। इसके बाद से 2002, 2007, 2012, 2017 में भी आजम खां ही चुनाव जीते। अब उनके इस्तीफे के बाद उपचुनाव हो रहा है।

चार लाख मतदाता

 रामपुर विधानसभा सीट पर 390725 मतदाता हैं। इनमें 211536 पुरुष और 179158 महिलाएं शामिल हैं। इनमें 31 अन्य मतदाता भी शामिल हैं। यहां 2017 में हुए विधानसभा उपचुनाव में सपा के आजम खां विजयी रहे थे, जबकि भाजपा के शिव बहादुर सक्सेना दूसरे और बसपा के डॉक्टर तनवीर अहमद तीसरे नंबर पर रहे थे।

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