RGA न्यूज़ दिल्ली
नई दिल्ली:- वायुसेना ने अपने पूर्व प्रमुख एयर चीफ मार्शल (सेवानिवृत्त) बीएस धनोआ को सम्मान देते हुए 30 राफेल लड़ाकू विमानों के पिछले हिस्से पर 'टेल नंबर' में 'बीएस' लिखने का फैसला किया है, जो धनोआ के नाम के अक्षर हैं। छह राफेल प्रशिक्षक विमानों में 'टेल नंबर' में 'आरबी' श्रृंखला है। यह मौजूदा वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया के नाम के अक्षर हैं।
धनोआ ने राफेल विमान खरीद का करार कराने में वार्ताकार के तौर पर अहम भूमिका निभाई थी। फ्रांस की कंपनी दासौ एविएशन से 59 हजार करोड़ रुपये में 36 राफेल विमान खरीदने को लेकर काफी राजनीतिक विवाद हुआ है। यह विवाद धनोआ के वायुसेना प्रमुख रहने के दौरान अपने चरम पर था। हालांकि उन्होंने मजबूती के साथ करार का बचाव किया था।
वायुसेना द्वारा धन्यवाद कहने का यह तरीका
पीटीआइ से वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'प्रशिक्षक राफेल विमानों को छोड़कर सभी राफेल लड़ाकू विमानों के टेल नंबर में 'बीएस' अक्षर होंगे। पूर्व वायुसेना प्रमुख ने हमें ये विमान दिलाने के लिए जो भूमिका निभाई है, उसके लिए उन्हें धन्यवाद कहने का यह हमारा तरीका है।' 36 राफेल विमानों में से छह विमान प्रशिक्षक हैं जबकि 30 विमान लड़ाकू हैं। प्रशिक्षक विमान दो सीट वाले होंगे और उनमें लगभग वे सभी चीजें होंगी जो लड़ाकू विमानों में होंगी।
धनोआ वायुसेना में अपनी 41 वषरें की सेवा के बाद सितंबर में सेवानिवृत्त हो गए थे। उन्होंने कहा था कि करार में कुछ भी गलत नहीं हुआ और वायुसेना को अपनी लड़ाकू क्षमताओं को बढ़ाने के लिए विमानों की जरूरत है। राफेल विमान आधुनिक हथियारों से लैस हैं। तीन राफेल विमान पहले भारत को सौंपे जा चुके हैं और फ्रांस में भारतीय वायुसेना के पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिए इनका इस्तेमाल हो रहा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आठ अक्टूबर को फ्रांस में पहला राफेल विमान प्राप्त किया था। चार राफेल विमानों की पहली खेप मई 2020 तक भारत आ जाएगी।