RGA न्यूज़ गोरखपुर
भाजपा विधायक डाक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने वित्त मंत्री द्वारा अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए आयकर दरों में सुधार की घोषणा को होम्यापैथिक दवा बताया है। ...
गोरखपुर:- गोरखपुर के भाजपा विधायक डाक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने वित्त मंत्री सीतारमण द्वारा अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए आयकर दरों में सुधार की घोषणा को होम्यापैथिक दवा बताते हुए कहा है कि वर्तमान में अर्थव्यवस्था जिस दशा में है उसमें होम्योपैथिक दवा नहीं सख्त कदम की जरूरत है। अपने फेसबुक वॉल पर विधायक ने वित्त मंत्री को सुझाव दिया है कि आयकर पूरी तरह से खत्म कर सभी रुपये को नंबर का एक का बना दिया जाए तो आर्थिक मंदी खत्म हो जाएगी।
यह है विधायक की पोस्ट
आज आर्थिक मंदी का मूल कारण मांग मे कमी है। जब तक बाजार में खरीद नही बढेगी, उत्पादक माल किसके लिये बनायेगा ? वह अपने खाली पैसे का इस्तेमाल माल की पैदाइश बढाने की जगह शेयर मार्केट में लगाएगा, और यही हुआ भी है। हमलोगो ने उन्हें जितना अतिरिक्त धन स्टीमुलस पैकेज के रूप में दिया उन्होंने उसका उपयोग उत्पादन बढाने मे किया ही नहीँ, क्योंकि उनका पुराना बनाया हुआ माल बिका ही नही। जब नागरिकों के मन से दो नंबर के पैसे का डर या पाप-बोध खत्म हो जायेगा तो वे या तो पैसा बैंक मे डालेंगे या अपने जीवन की सुख बढाने वाली चीजों को क्रय करने के लिए करेंगे। हर चीज में नंबर एक का पैसा चाहिए जो उनके पास है ही नहीं।
बोले, नाराज मत होइएगा
विधायक ने लिखा है कि दो नंबर का पैसा खत्म होते ही सबकुछ बदल जाएगा। इससे मांग की कमी पूरी तरह खत्म हो जायेगी और माल बिकना शुरू होते ही उद्योगपति अधिक माल बनाना शुरू करेगे तथा विकास दर में ऐतिहासिक बृद्धि होगी। समस्या यह है कि 100 फीसद भ्रष्टाचार रहित व्यवस्था को चाहने वाले हमलोगों के तंत्र में कम होते है। अधिकारियों के दांव-पेंच से निकलना होगा। नाराज मत होइएगा, हमारे पास सत्ता तो है नहीं, हमें आप लोगों के थ्रू ही काम करना है।
बेबाक बोल के लिए जाने जाते हैं राधा मोहन
गोरखपुर के यह विधायक अपने बेबाक बोल के लिए जाने जाते हैं। जन समस्याओं के मुद्दे पर कई बार अपनी सरकार के अधिकारियों को घेर चुके विधायक डाक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल हाल ही में गोरखपुर में अंडरग्राउंड बिजली तार बिछाए जाने के कार्य का निरीक्षण कर चर्चा में आए थे। विधायक ने निरीक्षण भारी अनियमितता पाई थी। निरीक्षण के बाद कार्य करने वाली फर्म को काली सूची में डाल दिया गया था। बताया जाता है कि वह फर्म एक भाजपा विधायक की थी। हैदराबाद एनकाउंटर हो, उन्नाव रेप कांड हो या सरकार में भ्रष्टाचार का मुद्दा हो, विधायक हमेशा मुखर होकर अपनी बात रखते रहे हैं।