
RGA न्यूज़ दिल्ली
नई दिल्ली:- अगले पांच वर्षों में देशभर के लगभग 2.5 लाख आंगनबाड़ी केंद्रों (Anganwadi Centres ) में क्रेच (Creche) और स्मार्ट शिक्षण/शिक्षण सहायता जैसी सुविधाओं के साथ सेवाओं के उन्नयन की योजना बनाई जा रही है। इस बात की जानकारी वरिष्ठ महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (Women and Child Development Ministry) की ओर से मंगलवार को दी गई।
वर्तमान में देशभर में कुल 13.77 लाख आंगनबाड़ी केंद्र कार्यरत हैं। ऑफिशियल डाटा के अनुसार, इन केंद्रों में 12.8 लाख वर्कर और 11.6 लाख हेल्पर हैं। मंत्रालय की योजना में 'सक्षम आंगनबाड़ी' शुरू करना शामिल है। कुल 2.5 लाख आंगनबाडि़यों को अगले 5 साल के भीतर अपग्रेड किया जाएगा। यह जानकारी महिला और बाल विकास मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी अजय तिरके ने एक इवेंट में दिया। फिलहाल इसपर योजना बनाई जा रही है। योजना तैयार होने के बाद सरकार के विभिन्न बहुआयामी स्तरों पर इसपर चर्चा की जाएगी। आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद, संभवत: अगले साल यह लागू कर दिया जाएगा।
इसके पीछे मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी केंद्रों को इंटरएक्टिव बनाने के साथ और अधिक बच्चों के प्रति अनुकूल बनाना है। इसके लिए इन केंद्रों में क्रेच के साथ साथ स्मार्ट शिक्षण और शिक्षण सहायता मुहैया कराने का बंदोबस्त किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मंत्रालय ऐसे समय में अपग्रेड करने का विचार कर रही है जब देश में कुछ आंगनवाड़ी केंद्रों में टॉयलेट और पेयजल तक की सुविधा मयस्सर नहीं है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने 13 दिसंबर को लोकसभा में अपने लिखित जवाब में कहा, 'कुल 3,62,940 आंगनबाड़ी केंद्रों में टॉयलेट की सुविधा नहीं है और 1,59,568 केंद्रों में पेयजल की सुविधा नहीं है।' उन्होंने 'राष्ट्रीय पोषण अभियान' के क्रियान्वयन में हुई प्रगति पर भी प्रकाश डाला, जिसका उद्देश्य कम पोषण, एनीमिया और कम वजन वाले शिशुओं की संख्या को कम करना है।