RGA न्यूज़ दिल्ली संवाददाता
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में रजिंदर के नाम सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने की उपलब्धि दर्ज है। अपने जमाने के बेहतरीन स्पिनर राजिंदर का उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया। ..
नई दिल्ली:- भारतीय क्रिकेट में घरेलू स्तर पर नाम बनाने वाले दिग्गज स्पिन गेंदबाज रजिंदर गोयल का रविवार को निधन हो गया। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में रजिंदर के नाम सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने की उपलब्धि दर्ज है। अपने जमाने के बेहतरीन स्पिनर राजिंदर का उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया। उनकी उम्र 77 साल थी।
रजिंदर गोयल के परिवार में पत्नी और पुत्र नितिन गोयल हैं। नितिन भी क्रिकेट से जुड़े हुए हैं और प्रथम श्रेणी क्रिकेटर रहे हैं। इस वक्त वो बीसीसीआई के घरेलू मैचों के मैच रेफरी हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इस महान गेंदबाज के निधन पर शोक जताया है। अपने ट्विटर हेंडल पर रजिंदर गोयल की तस्वीर के साथ शोक संदेश पोस्ट किया।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष रणबीर सिंह महेंद्रा ने शोक व्यक्त किया है। बायें हाथ का यह स्पिनर उस दौर में खेला करता था जब बिशन सिंह बेदी भारतीय टीम का अहम हिस्सा हुआ करते थे। इस वजह से उन्हें कभी भारतीय टीम में जगह नहीं मिली।
साल 1984-85 के रणजी सीजन में उन्होंने 39 विकेट हासिल किए थे। यह उनका आखरी सीजन था और इसमें वह सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज रहे थे। गोयल ने हरियाणा और उत्तर क्षेत्र की तरफ से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 157 मैचों में 750 विकेट लिए। वह 44 साल तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलते रहे।
सुनील गावस्कर ने अपनी किताब आइडल्स में जिन खिलाडि़यों को जगह दी थी उसमें गोयल भी शामिल थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि वो गलत वक्त पर पैदा हो गए थे। जिस वक्त भारतीय टीम में बिशन सिंह बेदी, ईरापल्ली प्रसन्ना जैसे दिग्गजों को रहते रजिंदर कभी जगह नहीं बना पाए। उन्होंने इसे किस्मत का खेल बताते हुए कहा था की टीम नहीं आ पाया यह सब किस्मत का खेल है।