

RGA न्यूज़ नई दिल्ली संवाददाता
शिखा पांडे ने आइसीसी से अपील की कि अधिक दर्शकों को आकर्षित करने के लिए नियमों से छेड़छाड़ नहीं करें। ..
नई दिल्ली:- भारत महिला क्रिकेट टीम की सीनियर तेज गेंदबाज शिखा पांडे महिला क्रिकेट को अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए छोटी गेंद और छोटी पिच जैसे सुझावों को अनावश्यक मानती हैं और उन्होंने आइसीसी से अपील की कि अधिक दर्शकों को आकर्षित करने के लिए नियमों से छेड़छाड़ नहीं करें। भारतीय वायुसेना की अधिकारी 31 साल की शिखा ने लिखा, 'महिला क्रिकेट की प्रगति/इसे अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए कई तरह के सुझावों के बारे में पढ़/सुन रही हूं। मेरा निजी तौर पर मानना है कि अधिकांश सुझाव अनावश्यक हैं।'
भारत की ओर से 104 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 113 विकेट चटकाने वाली शिखा ने हल्की गेंद और 20 गज की पिच की तुलना 100 मीटर फर्राटा दौड़ से करके चीजों को समझाया। उन्होंने लिखा कि ओलंपिक 100 मीटर फर्राटा महिला धाविका पहले स्थान का पदक हासिल करने और पुरुष समकक्षों के बराबर समय निकालने के लिए 80 मीटर नहीं दौड़तीं। इसलिए किसी भी कारण से पिच की लंबाई कम करना संदेहास्पद लगता है। साथ ही इससे एक साथ दो मुकाबलों का आयोजन भी नहीं हो पाएगा।'
शिखा बाउंड्री छोटी करने के पक्ष में भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कृपया सीमा रेखा छोटी मत कीजिए। हाल के समय में अपनी पावर हिटिंग से हमने आपको हैरान किया है, यह सिर्फ शुरुआत है, हम बेहतर होंगे। धैर्य रखिए। हम सभी कुशल खिलाड़ी हैं जो सुधार कर रही हैं। आपको बता दें कि आइसीसी समय-समय पर नियमों में बदवाव करती रहती है। इन दिनों कोविड 19 महामारी की वजह से भी आइसीसी ने नियमों में कई तरह से बदलाव किए हैं।
आइसीसी के नए नियम के मुताबिक अब खेल के दौरान खिलाड़ी गेंद पर लार का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इससे पहले गेंदबाज गेंद पर लार का इस्तेमाल करके उससे स्विंग हासिल करते थे। हालांकि गेंद पर लार की जगह क्या इस्तेमाल किया जाएगा इसके बारे में कोई अन्य वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है।