गुस्से में करियर तबाह करने जा रहे थे स्टुअर्ट ब्रॉड, 10 दिन में बदली तकदीर

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खेल जगत दिल्ली समाचार

ब्रॉड ने बताया क्या मेरे दिमाग में संन्यास लेने का ख्याल चल रहा था। 100 फीसदी क्योंकि मैं बहुत ही ज्यादा निराश हो गया था। ...

नई दिल्ली:-  इंग्लैंड क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट पूरे किए हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई तीन मैचों टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच में उन्होंने 67 रन देकर 10 विकेट हासिल किए जबकि पहले मैच में उनको टीम से बाहर कर दिया गया था। ब्रॉड ने बताया साउथैम्पटन टेस्ट से बाहर किए जाने के बाद उन्होंने गुस्से में संन्यास तक लेने का फैसला कर लिया था।

डेली मेल से बात करते हुए ब्रॉड ने बताया, "क्या मेरे दिमाग में संन्यास लेने का ख्याल चल रहा था। 100 फीसदी क्योंकि मैं बहुत ही ज्यादा निराश हो गया था। जब स्टोकी (बेन स्टोक्स) ने मुझे आकर बताया कि मैं नहीं खेल रहा हूं। मेरे शरीर में झटके लगे और मैं कुछ भी बोलने के लायक नहीं था।" 

"मैंने यह बात किसी से नहीं बताई है लेकिन उस सप्ताह पहले टेस्ट मैच में मैं बहुत ही ज्यादा निराशा से गुजरा और बहुत ही ज्यादा उदास हो गया था। मैं उस होटल में फंस गया था। मैं कभी जा नहीं सकता था। ऐसा नहीं था कि मैं अपनी (गर्लफ्रेंड) मॉली के पास जा सकता था, बार्बीक्यू लगाता और मजा करता और खुद को वापस से संभालता।"  

ब्रॉड को दूसरे और तीसरे मैच में खेलने का मौका मिला। सीरीज के दूसरे मुकाबले में उन्होंने 6 जबकि आखिरी मैच में कुल 10 विकेट हासिल किए। सीरीज में 16 विकेट हासिल करने के साथ ही उन्होंने आईसीसी टेस्ट गेंदबाजी रैंकिंग में तीसरा स्थान भी हासिल किया। "मैं दो दिन तक सो नहीं पाया था। मैं कहीं नहीं था। एक अलग फैसला जरूर कर लिया होता, उस एहसास की वजह से जैसा कि मैं तब महसूस कर रहा था।"

"स्टोक्सी ने गुरुवार की रात को मेरी कमरे का दरवाजा खटखटाया और गलियारे में खड़े रहे मेरे साथ बात करने के लिए। उन्होंने कहा यह क्रिकेट के बारे में नहीं है लेकिन आप कैसे हैं दोस्त। उनका ऐसा करना मेरे लिए वाकई काफी प्रभावित करने वाला था।"  

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