प्लांट में अब नहीं होगा City, Civic और WR-V का प्रोडक्शन, जानें क्या है वजह

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RGA न्यूज़

Honda WR-V के वर्तमान माॅडल की तस्वीर (फोटो साभार: जागरण)

कंपनी की इस यूनिट को दो दशक पहले 30000 इकाइयों की वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ शुरू किया गया था। वहीं इसमें कंपनी ने बाद में निवेश किया और सुविधा की उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 100000 इकाई तक कर दिया गया।

नई दिल्ली,जापान की वाहन निर्माता कंपनी होंडा कार्स इंडिया ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में मौजूद अपनी प्रोडक्शन यूनिट को बंद कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के नोएडा के प्लांट में मौजूद कॉर्पोरेट कार्यालय और आर एंड डी(R&D) विभाग एक ही स्थान से काम करना जारी रखेंगे। होंडा कार्स ने नोएडा प्रोडक्शन प्लांट को शटडाउन कर इसमें होने वाली मैन्युफैक्चरिंग को तपुकरा सुविधा में ट्रांसफर कर दिया है।

वहीं रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि होंडा ने Voluntary retirement scheme (VRS) की घोषणा के बाद नोएडा में परिचालन समाप्त करने का फैसला किया। कंपनी ने ग्रेटर नोएडा विनिर्माण संयंत्र में काम करने वाले अपने स्थायी कर्मचारियों के लिए वीआरएस(VRS) की पेशकश की थी। कंपनी की इस यूनिट को दो दशक पहले 30,000 इकाइयों की वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ शुरू किया गया था।

इसमें कंपनी ने बाद में निवेश किया और सुविधा की उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 1,00,000 इकाई तक कर दिया गया। हालांकि अभी कंपनी ने इस खबर की पुष्टी नहीं की है, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक ग्रेटर नोएडा की 150 एकड़ की जमीन पर प्रोडक्शन रोक दिया गया है। बंद किए गए नोएडा प्लांट में लगभग 2,000 लोग विनिर्माण विभाग में कार्यरत हैं। अब कंपनी में लगभग 1,000 स्थायी कर्मचारी हैं।

जानकारी के लिए बता दें, दिसंबर में नोएडा की इस सुविधा में कोई उत्पादन नहीं हुआ था। इस प्लांट को 1997 में शुरू किया गया थ। माना जा रहा है, कि इस प्लांट को बंद करने की वजह नकदी की तंगी है खर्चों को कम करने और पैसे बचाने के लिए कंपनी ने इसे बंद करने का फैसला लिया है। वर्तमान में होंडा भारत में सिटी, सिविक और डब्लयू-आर-वी को सेल करती है। जिसमें कंपनी की सिटी लंबे समय से लोगों की लोकप्रिय कार बनी हुई है।

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