विराट कोहली के गलत फैसलों से टीम इंडिया फर्श पर, कुलदीप को मौका नहीं देना बड़ी गलती

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RGA  न्यूज़

India vs England भारतीय टेस्ट टीम के खिलाड़ी (एपी फोटो)

India vs England टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत के बाद सातवें आसमान पर थी लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में विराट कोहली के गलत फैसलों की वजह से टीम अर्श से फर्श पर आ गई। कुलदीप को नहीं खिलाना भी काफी 

 कप्तान विराट कोहली के गलत फैसले का खामियाजा एक बार फिर टीम इंडिया को भुगतना पड़ा और उसे चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ चार मैचों की सीरीज के खेले गए पहले टेस्ट मैच में 227 रन की शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड से मिले 420 रन के लक्ष्य के आगे टीम इंडिया की दूसरी पारी पांचवें और अंतिम दिन 381 गेंदों का खेल बाकी रहते हुए 58.1 ओवर में सिर्फ 192 रन पर ढेर हो गई। भारतीय टीम को समेटने में बायें हाथ के स्पिनर जैक लीच (4/76) और अनुभवी तेज गेंदबाज एंडरसन (3/17) ने अहम भूमिका निभाई। इस टेस्ट को जीतकर इंग्लैंड ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है।

अर्श से फर्श पर टीम इंडिया : विराट की कप्तानी में भारतीय टीम 19 दिसंबर 2020 को एडिलेड में मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट में इतिहास के अपने सबसे कम स्कोर 36 रन पर ढेर हो गई थी। इस हार के बाद टीम इंडिया का मनोबल गिरा हुआ था और वह आलोचकों के निशाने पर थी। इसके बाद कोहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए भारत लौट आए थे। ऐसे में 26 दिसंबर 2020 से मेलबर्न में शुरू हुए दूसरे टेस्ट में अजिंक्य रहाणे ने टीम इंडिया की कमान संभाली।

रहाणे के कप्तानी संभालने के बाद ना सिर्फ टीम इंडिया की शारीरिक भाषा भी बदली नजर आई, बल्कि भारत ने उस टेस्ट को जीतकर सीरीज में 1-1 से बराबरी भी हासिल कर ली। इसके बाद टीम इंडिया ने जबरदस्त जिजीविषा का प्रदर्शन करते हुए सिडनी टेस्ट ड्रॉ कराया और फिर ब्रिसबेन में खेला गया चौथा टेस्ट जीतकर ऑस्ट्रेलिया में सीरीज भी 2-1 से जीती। यह तब हुआ जब चोटिल खिलाडि़यों की भरमार के कारण रहाणे के पास अंतिम एकादश चुनने के लिए भी विकल्प नहीं बचे थे।

ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने के बाद भारतीय टीम का मनोबल फर्श से अर्श पर पहुंच चुका था और अब उसका सामना अपने घरेलू मैदानों पर चिरपरिचित पिचों पर इंग्लैंड से होना था। ऐसे में कोहली की वापसी हुई और उन्होंने पांच फरवरी 2021 को चेन्नई में शुरू हुए इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के साथ आत्मविश्वास से ओतप्रोत टीम इंडिया की कमान संभाली। कोहली टॉस हारे और ऐसे गलत फैसले लिए कि टीम इंडिया फिर अर्श से फर्श पर आ गई।

इंग्लैंड के खिलाफ घर में सबसे बड़ी हार : टीम इंडिया को घर पर इंग्लैंड के खिलाफ रनों के मामले में टेस्ट इतिहास की अपनी सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा। यह घरेलू सरजमीं पर भारत की पिछले चार साल में पहली हार है। इससे पहले चार साल पहले 2017 में उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पुणे में खेले गए टेस्ट में शिकस्त मिली थी। इंग्लैंड ही पिछली विदेशी टीम थी जो भारत में आकर टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रही थी और टीम ने इस उपलब्धि को दोहराने की ओर पहला कदम बढ़ा दिया है। इंग्लैंड ने 2012-13 में भारत को उसकी सरजमीं पर 2-1 से हराया था। दूसरा टेस्ट भी इसी मैदान पर 13 फरवरी से खेल जाएगा।

बल्लेबाज नहीं टिके : भारत ने दिन की शुरुआत एक विकेट पर 39 रन से की। चेतेश्वर पुजारा (15) जल्द ही चलते बने। ओपनर शुभमन गिल ने ऑफ स्पिनर डॉम बेस को निशाना बनाया और उनके ओवरों में दो चौके और एक छक्का जड़ा। उन्होंने 81 गेंद में अपने करियर का तीसरा अर्धशतक पूरा किया।

एंडरसन ने बदला रुख : रूट ने इसके बाद गेंद 38 साल के एंडरसन को थमाई। एंडरसन ने इंग्लैंड की जीत का मंच सुबह के सत्र में ही तैयार कर दिया, जिसमें भारत ने 105 रन जोड़कर पांच विकेट गंवाए। एंडरसन ने पहले सत्र में गिल, अजिंक्य रहाणे (00) और रिषभ पंत (11) को पवेलियन भेजकर भारत के बल्लेबाजी क्रम की रीढ़ को तोड़ दिया। उन्होंने तेजी से अंदर आती दूसरी ही गेंद पर गिल को बोल्ड किया। एक गेंद बाद एंडरसन ने रहाणे के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की विश्वसनीय अपील की, लेकिन अंपायर ने इसे ठुकरा दिया।

इंग्लैंड ने डीआरएस का सहारा लिया, लेकिन पैड से गेंद टकराते समय अंपायर कॉल आने के कारण वह बच गए। रहाणे हालांकि इसका फायदा नहीं उठाए पाए और अगली ही गेंद पर बोल्ड हो गए। कोहली ने पंत के साथ मिलकर स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। पंत एंडरसन की गेंद को शरीर से दूर खेलने की कोशिश में शॉर्ट कवर पर रूट को बेहद आसान कैच दे बैठे। बेस ने पहली पारी में नाबाद 85 रन बनाने वाले वाशिंगटन सुंदर को खाता भी नहीं खोलने दिया। कोहली ने बेस पर लगातार तीन चौके मारे। भोजनकाल के बाद उन्होंने लीच पर चौका जड़ा और फिर एंडरसन की गेंद पर एक रन के साथ अर्धशतक पूरा किया।

टूट गई उम्मीद : इंग्लैंड को दूसरे सत्र में सफलता के लिए 11 ओवर से अधिक इंतजार करना पड़ा। लीच की शॉर्ट, लेकिन उछाल लेती गेंद पर अश्विन ने बटलर को कैच थमाया। कोहली भी इसके बाद स्टोक्स की नीची गेंद पर बोल्ड हो गए, जिससे भारत की उम्मीद खत्म गई। लीच ने शाहबाज नदीम (00) को रोरी ब‌र्न्स के हाथों कैच कराकर भारत को नौवां झटका दिया।

हवा से गिरी बेल्स : इस बीच 57वें ओवर में अजीब घटना हुई जब लगा कि जोफ्रा आर्चर की गेंद पर इशांत शर्मा हिट विकेट आउट हो गए। हालांकि, तीसरे अंपायर ने रीप्ले देखकर उन्हें नॉट आउट दिया, क्योंकि बेल्स हवा से गिरी थी। आर्चर ने इसके बाद जसप्रीत बुमराह (4) को बटलर के हाथों कैच कराकर इंग्लैंड की जीत सुनिश्चित की।

कुलदीप को नहीं खिलाना सबसे बड़ी गलती

पहले टेस्ट में टॉस से पहले जब ऐन मौके पर बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल चोटिल हो गए तो उनकी जगह अंतिम एकादश में कुलदीप यादव को शामिल करने के बजाय कोहली ने स्टैंड बाई शाहबाज नदीम को शामिल कर लिया। कुलदीप और शाहबाज दोनों ही बायें हाथ के स्पिनर हैं, लेकिन कुलदीप को नहीं खिलाने के कोहली के फैसले पर सवाल इसलिए उठता है क्योंकि यह चाइनामैन गेंदबाज इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए टीम का हिस्सा थे, जबकि शाहबाज को अक्षर के चोटिल होने पर स्टैंडबाई खिलाडि़यों की सूची से बाहर निकालकर मुख्य टीम में शामिल करते हुए उनके लिए अंतिम एकादश में जगह बनाई गई।

यह पहला मौका नहीं है जब कुलदीप के साथ नाइंसाफी हुई है। कुलदीप को जब भी मौका मिला है तो वह खरे उतरे हैं। जिस तरह की स्पिन चेन्नई की पिच में हो रही थी उसमें कुलदीप सफल होते। नदीम मैच कुल चार विकेट ले पाए जबकि वाशिंगटन सुंदर एक भी विकेट नहीं झटक सके। वहीं इंग्लैंड के अनुभवहीन कलाई के स्पिनर जैक लीच ने दूसरी पारी में चार और कुल छह विकेट लिए। अगर रविचंद्रन अश्विन को कुलदीप का साथ मिलता तो मैच का रिजल्ट कुछ और हो सकता था।

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