RGA न्यूज: नई दिल्ली
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत पूरा कैबिनेट गोरखपुर में डेरा जमाए बैठा रहा और भाजपा के उम्मीदवार उपेन्द्र शुक्ला लोकसभा उपचुनाव हार गए। फूलपुर में सिद्धार्थनाथ सिंह, केशव प्रसाद मौर्या समेत अन्य ने पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन यहां भी मुंह की खानी पड़ी। यही हाल बिहार के अररिया में हुआ। तस्लीमुद्दीन की मृत्यु से खाली हुई सीट पर उनके बेटे राजद के टिकट पर सरफराज आलम चुनाव लड़े, भाजपा ने अपने प्रत्याशी प्रदीप सिंह को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के भरपूर सहयोग के बाद भी तीनों सीटों पर भाजपा के हाथ खाली रहे। सत्तापक्ष को जहां जवाब नहीं सूझ रहा है, वहीं विपक्ष जीत का जश्न मना रहा है।
राहुल का ट्वीट
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस पर ट्वीट किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने उपचुनाव जीतने वालों को बधाई दी है। उन्होंने नतीजे पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि इससे साफ है कि मतदाताओं में भाजपा के प्रति बहुत क्रोध है और वो उस गैर भाजपाई के लिए वोट करेंगे, जिसके जीत की संभावना काफी ज्यादा हो। कांग्रेस उ.प्र. में नव निर्माण के लिए तत्पर है और यह रातोंरात नहीं होगा। वहीं सपा और बसपा नेताओं की बाछें खिल गई है।
बसपा के एक वरिष्ठ नेता, पूर्व राज्यसभा सदस्य और मायावती के करीबी सूत्र ने उपचुनाव को लेकर ऑफ द रिकार्ड प्रतिक्रिया दी है। सूत्र का कहना है कि वह प्रतिक्रिया के लिए अधिकृत नहीं हैं और बहुत हद तक संभव है मायावती खुद प्रेस कांफ्रेंस करें। बसपा नेता का कहना है कि जो लोग उ.प्र. में बसपा को खत्म मान कर चल रहे थे उन्हें उपचुनाव के नतीजे को गंभीरता से लेना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्हें उपचुनाव के नतीजे में कान लगाकर जनता की चीख सुननी चाहिए।