ओसासुना को हराकर रीयल मैड्रिड ला लीगा का खिताब जीतने की दौड़ में कायम

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रीयल मैड्रिड ला लीगा का खिताब जीतने की दौड़ में कायम

La Liga के एक मैच में रीयल मैड्रिड ने ओसासुना को हरा दिया। इसी के साथ मैड्रिड की टीम ला लीगा का खिताब जीतने की दौड़ में बनी हुई है। उधर इंटरनेट मीडिया को लेकर हो रहे विरोध का समर्थ मेसी ने भी किया है

 एडर मिलिटाओ और कासेमीरो की गोल की मदद से रीयल मैड्रिड ने शनिवार देर रात को स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लीगा में ओसासुना को 2-0 से हरा दिया। इस जीत के साथ ही मैड्रिड की टीम खिताब की दौड़ में बनी हुई है। अंक तालिका में शीर्ष पर मौजूद एटलेटिको मैड्रिड के 76 अंक हैं जबकि रीयल मैड्रिड दो अंक पीछे दूसरे स्थान पर है।

वहीं, बार्सिलोना 31 अंक लेकर तीसरे स्थन पर है। हालांकि रीयल मैड्रिड को तालिका में 11वें स्थान की टीम ओसासुना को हराने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ी। पहले हाफ में दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर पाई। दूसरे हाफ में मैड्रिड के स्ट्राइकर ज्यादा आक्रामक होकर खेले और इसका फायदा टीम को दो गोल के रूप में मिला। मिलिटाओ ने 76वें मिनट में गोल करके मैड्रिड को मैच में 1-0 से आगे किया। इसके चार मिनट बाद ही कासेमिरो ने गोल कर टीम की बढ़त 2-0 से मजबूत कर दी। फिर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर पाई और मैड्रिड ने मैच अपने नाम किया।

मेसी का समर्थन

सुपरस्टार स्ट्राइकर लियोन मेसी ने 20 करोड़ फॉलोअर्स वाले अपने इंटरनेट मीडिया मंच का इस्तेमाल ऑनलाइन दु‌र्व्यवहार के खिलाफ कार्रवाई की मांग के लिए किया है। बार्सिलोना के इस फॉरवर्ड ने शनिवार को उस समय यह संदेश पोस्ट किया जब इंग्लैंड फुटबॉल लीग, क्लबों और खिलाडि़यों ने ऑनलाइन नस्ली उत्पीड़न और भेदभाव के खिलाफ इंटरनेट मीडिया का चार दिवसीय बहिष्कार शुरू किया।

मेसी भी इस दौरान चुप नहीं रहे। उन्होंने इंटरनेट मीडया पर दु‌र्व्यवहार और भेदभाव के खिलाफ अभियान के लिए ब्रिटेन के फुटबॉल से जुड़े सभी लोगों को इंस्टाग्राम के जरिये बधाई दी। मेसी ने लिखा कि आप प्रत्येक प्रोफाइल के पीछे के व्यक्ति को महत्व दें जिससे कि हम सभी महसूस करें कि प्रत्येक अकाउंट के बीच ऐसा व्यक्ति होता है जो हंसता है, रोता है, जीवन का लुत्फ उठाता है और कष्ट सहन करता है। कोई भी अपमान का पात्र नहीं है। इंटरनेट मीडिया पर दुरुपयोग और बदतर होता जा रहा है और कोई भी इसे रोकने का प्रयास नहीं कर रहा है। हमें इनकी कड़ी निंदा करनी चाहिए और मांग करनी चाहिए कि जो कंपनियां इन नेटवर्क को चलाती हैं वे इसके खिलाफ कार्रवाई करे। मेसी ने फेसबुक, ट्विटर और अन्य इंटरनेट मीडिया कंपनियों से अधिक प्रयास करने को कहा।

इंटर मिलान सीरी-ए खिताब के करीब

रोम, एपी : इंटर मिलान ने शनिवार को यहां अंतिम स्थान पर चल रहे क्रोटोन को 2-0 से हराकर इटली की ली सीरी-ए फुटबॉल खिताब की ओर कदम बढ़ाए।

इंटर मिलान ने शहर के ही अपने प्रतिद्वंद्वी एसी मिलान पर 13 अंक की बढ़त बना ली है जबकि चार मैच खेले जाने बाकी हैं। तीसरे स्थान पर चल रही टीम अटलांटा अगर रविवार को सासुओलो के खिलाफ जीत दर्ज नहीं करती है तो इंटर की टीम 2010 के बाद पहला लीग खिताब जीत लेगी। इंटर के पास जुवेंटस के लगातार नौ सीरी-ए खिताब के क्रम को तोड़ने का भी मौका है। अन्य मैचों में एसी मिलान ने बेनेवेंटो को 2-0 से हराया जबकि स्पेजिया ने हेलास वेरोना को 1-1 से बराबरी पर रोका।

शीर्ष पर पहुंचा पीएसजी

बर्लिन, आइएएनएस : पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) ने नेमार की अगुआई में शानदार प्रदर्शन करते हुए लेन्स को 2 -1 से हराकर फ्रांस की लीग-1 में शीर्ष स्थान हासिल कर लिया। नेमार ने 33वें मिनट में गोल करके पीएसजी को 1-0 की बढ़त दिलाई। टीम ने इसके बाद दूसरे हाफ में मार्कोस कोरिया के 59वें मिनट में गोल के सहारे स्कोर 2-0 कर दिया। लेन्स ने हालांकि इग्नेटियस द्वारा 61वें मिनट में किए गए गोल की बदौलत अपना खाता खोल लिया। लेकिन वह पीएसजी की बराबरी नहीं कर सका और उसे एक गोल के अंतर से हार का सामना करना पड़ा।

दिल्ली के अनुभवी फुटबॉल प्रशासक डीके बोस का निधन

नई दिल्ली : अनुभवी फुटबॉल प्रशासक और हिन्दुस्तान एफसी के मालिक दिलीप कुमार बोस का कोविड-19 से जूझने के बाद स्थानीय अस्पताल में निधन हो गया।

बोस का शनिवार शाम वसंत कुंज के इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर में निधन हुआ। उनकी उम्र 70 वर्ष से अधिक थी। बोस के परिवार के अधिकांश सदस्य इस समय इस घातक संक्रमण से जूझ रहे हैं। बोस के पिता का निधन 29 अप्रैल को हुआ और उसी दिन उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। बोस कई वर्षो तक दिल्ली फुटबॉल संघ की कार्यकारी समिति का हिस्सा रहे।

फुटबॉल दिल्ली ने बोस के निधन पर शोक जताया। फुटबॉल दिल्ली के अध्यक्ष शाजी प्रभाकरन ने कहा, 'खेल के लिए उनके जुनून और समर्पण की तुलना नहीं की जा सकती। उन्होंने दिल्ली में फुटबॉल के लिए काफी योगदान दिया और अपनी कड़ी मेहनत, प्रतिबद्धता और समर्पण से भारत में हिंदुस्तान एफसी का नाम बनाया। उनका निधन निजी क्षति है। मैं 20 वर्ष से अधिक समय से उन्हें जानता हूं। दिल्ली फुटबॉल के लिए उनकी जगह की भरपाई करना मुश्किल होगा। हमें उनकी कमी खलेगी।'खलेगी।'

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