गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय के नाम दर्ज हुई भूमि, अब जल्द होगा निर्माण

Praveen Upadhayay's picture

RGA news

आयुष विश्‍वविद्यालय के संबंध में प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो, RGA news! 

डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक और लेखपालों के साथ लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों की मौजूदगी में जमीन का सीमांकन कार्य शुरू किया गया। इस जमीन पर भूमाफियाओं ने कब्जा कर प्‍लाटिंग शुरू कर दी थी

गोरखपुर भटहट क्षेत्र के ग्राम पंचायत पिपरी व तरकुलहां में चिन्हित साढ़े बावन एकड़ जमीन जल्द ही आयुष विभाग को विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए सौंप दी जाएगी। भटहट-बांसस्थान मार्ग पर स्थित इस जमीन को पिछले महीने ही राजस्व विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया था। राजस्व अभिलेखों में भी जमीन पर आयुष विश्वविद्यालय का नाम दर्ज किया जा चुका है।

जमीन का सीमांकन शुरू

डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक और लेखपालों के साथ लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों की मौजूदगी में जमीन का सीमांकन कार्य शुरू किया गया। इस जमीन पर भूमाफियाओं ने कब्जा कर प्‍लाटिंग शुरू कर दी थी। आयुष विभाग को जमीन का कब्जा मिलते ही निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना जताई जा रही है । राजस्व निरीक्षक घनश्याम शुक्ल ने बताया कि जमीन पर राजस्व विभाग की संपत्ति की घोषणा का बोर्ड लगा दिया गया है । जमीन का सीमांकन कर आयुष विभाग को सौंपा जाएगा। इस दौरान लेखपाल सुनील सिंह, संदीप कुमार, संजय कुमार आदि मौजूद रहे ।

ब्जपोश परिवार के कब्जे में थी जमीन

आयुष विश्वविद्यालय की जिस जमीन को प्रशासन ने चिह्नित किया वह सब्जपोश परिवार के कब्जे में थी। जमीन पर कुछ लोग बाउंड्रीवाल खड़ा कर रहे थे। राजस्व विभाग ने 27 मार्च को पैमाइश कर जमीन को अपने कब्जे में ले लिया था। जमीन पर बनी बाउंड्रीवाल और अन्य निर्माण भी जस का तस है। जब भूमाफियाओं को पता चल गया कि जमीन प्रशासन के कब्जे में आनी तय है तो फरवरी महीने में कई आम के पेड़ काटकर गायब कर दिए गए थे। राजस्व विभाग को इसकी जानकारी हुई तो चौकसी बढ़ा दी गई थी। इसका परिणाम रहा कि मार्च के बाद एक भी पेड़ नहीं कटा। कुछ दिनों पहले आम के

News Category: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.