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तबाही और मौतों के बाद देरी से कार्रवाई महज दिखावा है : सुरजेवाला
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि फरवरी से मई 2021 के बीच लाखों लोगों की मौत हो गई लेकिन मोदी सरकार वित्त मंत्री और जीएसटी काउंसिल ने जीएसटी दरों में कमी के बार-बार किए गए अनुरोधों को अनदेखा किय
नई दिल्ली। कोरोना के इलाज या उससे बचाव के लिए जरूरी वस्तुओं एवं उपकरणों पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जारी रखने के लिए कांग्रेस ने शनिवार को सरकार पर निशाना साधा। पार्टी ने महामारी की बेहद गंभीर दूसरी लहर के बाद ऐसी कुछ वस्तुओं पर जीएसटी में कमी को दिखावटी करार दिया।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर कहा कि जैसे न्याय में देरी न्याय से वंचित करना है, वैसे ही राहत में देरी भी राहत से वंचित करना है। उन्होंने कहा कि फरवरी से मई, 2021 के बीच लाखों लोगों की मौत हो गई, लेकिन मोदी सरकार, वित्त मंत्री और जीएसटी काउंसिल ने जीएसटी दरों में कमी के बार-बार किए गए अनुरोधों को अनदेखा किया। तबाही और मौतों के बाद देरी से कार्रवाई महज दिखावा है।
उनके पार्टी सहयोगी जयराम रमेश ने कहा कि पूरे जीएसटी ढांचे को नष्ट करने की हद तक विकृत कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मेरे पार्टी सहयोगी और पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने शनिवार को हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में अपनी चिंता व्यक्त की। जबकि मनप्रीत बादल ने ट्वीट कर कहा, 'सदी के सबसे बड़े संकट में जीएसटी काउंसिल के मंत्रियों के समूह को शहंशाह की तरह काम करना बंद करना चाहिए। कोरोना जीएसटी की दर शून्य होनी चाहिए और कोरोना की छूटों को अगस्त, 2021 में खत्म मत कीजिए।' बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने आरोप लगाया कि जीएसटी काउंसिल ने सहकारी संघवाद के एकमात्र निकाय की धीमी मौत देखी है।