रक्षक ही बने भक्षक :-चरस तस्करी में पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी से दागदार हुई वर्दी

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इस करतूत से कोरोना काल में कोरोना वॉरियर्स के रूप में सुधरी छवि एक बार फिर दागदार हो गई।

 पिथौरागढ़ पुलिस लाइन में तैनात दो जवान चरस तस्करी (काला सोना) में यूएस नगर में गिरफ्तार हुए हैं। जबकि चरस मुहैया कराने वाले चम्पावत में तैनात पुलिस कर्मी की भी संलिप्तता की जांच की जा रही है।

 रुद्रपुर: अनुशासित पुलिस अनुशासनहीन बनती जा रही है। सात साल पहले बुलंदशहर में हुई ज्वैलर्स की दुकान में डकैती के बाद एक बार फिर से उत्तराखंड पुलिस सुर्खियों में आ गई है। इस बार पिथौरागढ़ पुलिस लाइन में तैनात दो जवान चरस तस्करी (काला सोना) में यूएस नगर में गिरफ्तार हुए हैं। जबकि चरस मुहैया कराने वाले चम्पावत में तैनात पुलिस कर्मी की भी संलिप्तता की जांच की जा रही है। पुलिस कर्मियों की इस करतूत से कोरोना काल में कोरोना वॉरियर्स के रूप में सुधरी पुलिस की छवि एक बार फिर से दागदार हो गई है।

पुलिस और पीएसी कानून और शांति व्यवस्था बनाने में मुख्य भूमिका निभाती है। अपने अनुशासन के लिए पहचाने जाने वाली पुलिस और पीएसी अनुशासनहीनता के लिए भी चर्चाओं में रहने लगे हैं। ताजा मामला शनिवार का है। जब किच्छा पुलिस को सूचना मिली कि लालपुर मजार के पास दो कार में बैठे युवकों के पास लाखों की चरस है। इसके बार मौके पर पहुंची पुलिस ने आठ किलो चरस के साथ चार कार सवार युवकों को दबोच लिया। इसमें खटीमा निवासी और देहरादून में एमआर पद पर तैनात विपुल शैला और पियूष खड़ायत के साथ ही प्रभात ङ्क्षसह और दीपक पांडे भी थे। पूछताछ में पता चला कि प्रभात और दीपक उत्तराखंड पुलिस के जवान हैं और पिथौरागढ़ पुलिस लाइन में तैनात हैं। इसका पता चलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पूछताछ आगे बढ़ी तो पुष्टि हुई कि चरस चम्पावत में तैनात प्रदीप फत्र्याल नाम के पुलिस कर्मी ने उन्हें उपलब्ध कराई है। चरस तस्करी में पुलिस कर्मियों की संलिप्तता से खाकी एक बार फिर दागदार हो गई है

पुलिस कर्मियों पर लगे दाग

केस-1

वर्ष, 2012 में 31वीं वाहिनी पीएसी में पीएसी कर्मी पर थप्पड़ मारने को लेकर पीएसी कर्मी भड़क उठे थे। उन्होंने विद्रोह करते हुए नैनीताल हाईवे पर जाम लगा दिया था। करीब छह घंटे लगे जाम के दौरान कई वाहनों के शीशे तोड़े गए। बाद में डीएम के कार्रवाई के आश्वासन और मजिस्ट्रेट जांच के बाद पीएसी कर्मी शांत हुए थे।

केस-2

वर्ष 2013 में हल्द्वानी जेल में बंद बदमाशों को यूएस नगर पुलिस लाइन में तैनात पुलिस कर्मी पेशी के लिए बुलंदशहर ले गए थे। जहां पुलिस कर्मियों ने बदमाशों के साथ मिलकर बुलंदशहर में एक ज्वैलर्स की दुकान में बावर्दी डकैती की घटना को अंजाम दिया था। सीसीटीवी फुटेज में पूरा घटनाक्रम कैद होने के बाद यूपी पुलिस ने घटना में शामिल तीन पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया था।

चम्पावत एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि यूएसनगर पुलिस से मामला संज्ञान में आया है। कांस्टेबल प्रदीप फत्र्याल चम्पावत कोतवाली में तैनात है। वह लोहाघाट का रहने वाला है। कांस्टेबल के खिलाफ चरस तस्करी में साक्ष्य मिलने के बाद निलंबित करने के साथ ही विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

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