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बीस जून तक तापमान 40 डिग्री को नहीं छू पाया है।
इस साल जून में रिकार्ड तोड़ बारिश हुई है। शनिवार को कुल 129.6 मिमी बारिश हुई। इस प्रकार से जून में अब तक 281.4 मिली पानी बरस चुका है। जो 20 जून तक पिछले पांच सालों में सर्वाधिक है। औसतन 200 मिमी बारिश होती रही
मुरादाबाद। इस साल जून में रिकार्ड तोड़ बारिश हुई है। शनिवार को कुल 129.6 मिमी बारिश हुई। इस प्रकार से जून में अब तक 281.4 मिली पानी बरस चुका है। जो 20 जून तक पिछले पांच सालों में सर्वाधिक है। 15 जून से मानसून आने के बाद औसतन 200 मिमी बारिश होती रही है। इस बार बीस जून से पहले ही 281 मिमी बारिश हो चुकी है।
मई की बारिश भी इसमें जोड़ लिया जाए तो यह आंकड़ा 350 मिमी के पार चला जाता है। जून के पहले तीन हफ्तों में हर हफ्ते बारिश हुई है। इससे तापमान भी नीचे रहा है। मुरादाबाद में जून में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला जाता था, इस बार जून में औसतन तापमान 32 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। आठ जून को छह जून को सर्वाधिक 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। शनिवार को भी अधिकतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 23.5 डिग्री सेल्सियस रहा। दस सालों में जून में यह तापमान सबसे कम रहा है। दस साल के बाद बीस जून तक तापमान 40 डिग्री को नहीं छू पाया है।
गंगा कर रही कटान, पैंटून पुल पर भी मंडराया संकट : अमरोहा के गजरौला में पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से बढ़े गंगा के जलस्तर से कटान का सिलसिला भी शुरू हो गया है। गंगा किनारे के खेत जलमग्न होने लगे हैं। वही रामगंगा पोषक नहर के पैंटून पुल पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। तिगरी व रामगंगा पोषक नहर के जल स्तर में काफी इजाफा हुआ है। गंगा के बहाव के साथ किनारे पर कटान की स्थिति भी पैदा होने लगी है। ढांग गंगा में गिर रही हैं। स्थिति यह है कि गंगा किनारे के खेतों में पानी घुसने लगा है। रामगंगा पोषक नहर के पैंटून पुल पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। सिंचाई विभाग द्वारा अब जल्द ही पुल को हटा दिया जाएगा। उधर नहर पार्वती गांव के ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें भी खिंचने लगी हैं। क्योंकि आने वाला समय यहां के ग्रामीणों के लिए काफी मुसीबत भरा रहेगा। ना सिर्फ गांव जलमग्न होंगे बल्कि संपर्क मार्ग भी टूट जाएंगे। दर्जनों गांव की दुश्वारियां के सामने प्रशासन के इंतजाम भी बौने साबित होते हैं।