कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद कान में झनझनाहट की परेशानी, अस्‍पताल में पहुंच रहे मरीज

harshita's picture

RGA न्यूज़

जिला अस्पताल में हर दिन 50 और उससे ज्यादा उम्र के आ रहे लोग।

कोरोना महामारी में संक्रमित होने के बाद भी दिक्कत पीछा नहीं छोड़ रही हैं। कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद नर्व डिस्टर्ब होने के बाद 50 या उससे ज्यादा उम्र के लोगों को कम सुनाई देने के साथ ही झनझनाहट की दिक्कत हो रही है।

मुरादाबाद, कोरोना महामारी में संक्रमित होने के बाद भी दिक्कत पीछा नहीं छोड़ रही हैं। कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद नर्व डिस्टर्ब होने के बाद 50 या उससे ज्यादा उम्र के लोगों को कम सुनाई देने के साथ ही झनझनाहट की दिक्कत हो रही है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन दो से तीन मरीज इस दिक्कत से जूझते हुए आ रहे हैं। हालांकि, खतरे वाली कोई बात नहीं है लेकिन, चिकित्सक से परीक्षण जरूर करा लें।

महामारी में संक्रमित हुए लोगाें की दिक्कतें अभी भी खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। कानून गाेयान के रहने वाले 50 वर्षीय बुजुर्ग 15 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए। 28 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट निगेटिव हो गई। उसके बाद से लगातार उनके कान से कम सुनाई पड़ रहा था। घर से बाहर जाने पर कानों में झनझनाहट भी हो रही थी। कई दिन तक उन्होंने सोचा क‍ि वैसे ही मौसम का असर होगा। परिवार में चर्चा करने के बाद उन्होंने जिला अस्पताल ओपीडी में परीक्षण कराया। इसके बाद चिकित्सक ने उन्हें बताया कि वेस्तीब्यूलो कोचलिया नर्व डिस्टर्ब होने की वजह से ये दिक्कत हो रही है। कुछ समय के बाद अपने आप ठीक हो जाएगी। नर्व के डिस्टर्ब होने की वजह से ये दिक्कत हो रही है। कुछ दवाइयां दी गई। वहीं डिप्टीगंज निवासी 27 वर्षीय महिला के कानों में झनझनाहट हो रही थी। इस वजह से उन्हें दिक्कत होने लगी। उन्हें भी मई में कोरोना संक्रमण हुआ था। अब वो पूरी तरह स्वस्थ हैं। लेकिन, इस दिक्कत की वजह से परेशानी हो रही है। उनकी भी नर्व की परेशानी थी।

कोरोना के बाद हो रही कानो में झनझनहट की वजह से लोगों को दिक्कत हो रही है। अस्पताल में इस तरह के केस भी आ रहे हैं। उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ दवा के बाद ये दिक्कत दूर हो जाएगी।

डॉ. एसके चौधरी, ईएनटी सर्जन जिला अस्पताल। 

डायरेक्ट वायरल इंफेक्शन की वजह नर्व टेंपररी कमजोर हो जाती है। इस वजह से दिक्कत हो जाती है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। पांच से छह माह के अंदर ठीक हो जाती है। एक बार परीक्षण जरूर करवा लें।

डॉ. सौरभ अग्रवाल, ईएनटी सर्जन

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.