मुरादाबाद में सीबीसीआइडी के इंस्पेक्टर से तीन लाख रुपये की ठगी, बेटे की नौकरी लगवाने के ल‍िए द‍िए थे रुपये

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RGA न्यूज़

रामपुर में न्यायिक अधिकारी की कोर्ट में नौकरी लगवाने के नाम पर लिए गए पैसे।

बेटे की नौकरी लगवाने का झांसा देकर सीबीसीआइडी के इंस्पेक्टर से तीन लाख रुपये की ठगी कर ली गई। पुलिस ने जब पैसे लेने वाले एक आरोपित को ठगी करने के आरोप में जेल भेजा तो उन्हें भी अपने साथ ठगी का अहसास हुआ और तो पुलिस को तहरीर दी

मुरादाबाद,  बेटे की नौकरी लगवाने का झांसा देकर सीबीसीआइडी के इंस्पेक्टर से तीन लाख रुपये की ठगी कर ली गई। पुलिस ने जब पैसे लेने वाले एक आरोपित को ठगी करने के आरोप में जेल भेजा तो उन्हें भी अपने साथ ठगी का अहसास हुआ और तो पुलिस को तहरीर दी। अधिकारियों ने इंस्पेक्टर की तहरीर के आधार पर मझोला थाने में मोबाइल कारोबारी सहित तीन आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

ज्ञान सिंह पंवार सीबीसीआइडी में इंस्पेक्टर के पद पर बरेली में तैनात हैं। पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि दो माह पूर्व एक अप्रैल 2021 को कोतवाली थाना क्षेत्र के बुध बाजार स्थित पोपट लाल की मोबाइल की दुकान पर गए थे। यहीं, पर उनकी मुलाकात मुहम्मद फैसल निवासी नई बस्ती थाना कोतवाली व सुरेश भटनागर निवासी कांशीराम कॉलोनी मझोला के साथ हुई थी। मोबाइल कारोबारी ने इंस्पेक्टर का परिचय दोनों से कराया था। इस दौरान आरोपित मुहम्मद फैसल ने खुद को एक साप्ताहिक अखबार का संपादक बताया था, जबकि दूसरा आरोपित मुरादाबाद कचहरी में मुंशी के पद पर कार्यरत है। आपसी बातचीत के दौरान सीबीसीआइडी के इंस्पेक्टर से कहा गया कि उनके बेटे की नौकरी रामपुर जनपद के एक न्यायिक अधिकारी की कोर्ट में चतुर्थ श्रेणी के पद पर लग सकती है। इस नौकरी के बदले साढ़े छह लाख रुपये की मांग की गई। जिसमें कहा गया साढ़े तीन लाख रुपये पहले जाएंगे और नौकरी लगने के बाद शेष रकम दी जाएगी। मोबाइल कारोबारी पोपट लाल के माध्यम से चार अप्रैल 2021 को तीन लाख रुपये की रकम आरोपित फैसल को लेकर मझोला थाना क्षेत्र स्थित सुरेश भटनागर के आवास पर पहुंचकर पैसे दिए गए। इसी दौरान इंस्पेक्टर ने पैसे देने का वीडियो भी बना लिया था। पैसे देने के बाद दोनों आरोपितों से कई बार संपर्क करने का प्रयास भी किया गया, लेकिन दोनों के बारे में जानकारी नहीं मिली। जब पुलिस ने ठगी करने के दूसरे मामले में मुहम्मद फैसल काे जेल भेजा तो जानकारी के बाद इंस्पेक्टर ने मोबाइल कारोबारी से संपर्क करके पैसे वापस करने की मांग की। लेकिन मोबाइल कारोबारी ने कहा कि आरोपित जेल चले गए गए हैं, ऐसे में वह पैसे कहां से लाकर देगा। इसके बाद इंस्पेक्टर ने पुलिस अधिकारियों को जानकारी देने के साथ ही मझोला थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। मझोला थाना प्रभारी मुकेश शुक्ल ने बताया कि तीन आरोपितों के खिलाफ धाेखाधड़ी व जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की गई है। एएसपी अनिल कुमार यादव ने बताया कि इस मामले में एक आरोपित को जेल भेजा जा चुका है, जबकि दो आरोपितों की तलाश की जा रही है।

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