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RGA न्यूज़
विदेश में पढ़ाई करने के लिए मिलेगा 30 लाख तक ऋण।
उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक वित्तीय एवं विकास निगम लिमिटेड ने प्रोफेशनल एवं जाब ओरियंटेड पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले अल्पसंख्यक समाज के बेटे-बेटियों को विदेश में पढ़ने जाने के लिए 30 लाख रुपये तक की ऋण की व्यवस्था की है। इसके लिए 15 जुलाई तक आवेदन स्वीकार होगा।
मुरादाबाद। प्रदेश सरकार ने अल्पसंख्यक बेटे और बेटियों की पढ़ाई के लिए सरकारी खजाना खोल दिया है। उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक वित्तीय एवं विकास निगम लिमिटेड ने प्रोफेशनल एवं जाब ओरियंटेड पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले अल्पसंख्यक समाज के बेटे-बेटियों को विदेश में पढ़ने जाने के लिए 30 लाख रुपये तक की ऋण की व्यवस्था की है। इसके लिए 15 जुलाई तक आवेदन स्वीकार होगा।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अंजना सिरोही ने बताया है कि उप्र. अल्पसंख्यक वित्तीय एवं विकास निगम लिमिटेड से 22 जून को पत्र मिला है। इसमें राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त पोषित शैक्षिक ऋण योजना के अंतर्गत प्रोफेशनल एवं जाब ओरियंटेड पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले अल्पसंख्यक वर्ग (मुस्लिम, सिक्ख, इसाई, बौद्ध, पारसी तथा जैन) के पात्र ऐसे छात्र व छात्राएं जिनके परिवार की वार्षिक आय गरीबी रेखा के दोगुने से कम हो। शहरी क्षेत्र में उनके परिवार की आय एक लाख 20 हजार तथा ग्रामीण क्षेत्र में 98 हजार रुपये से अधिक न हो, वह उप्र. मूल निवासी हो, इसमें यह भी शर्त है कि उसका प्रोफेशनल पाठ्यक्रम में प्रवेश खुले मुकाबले की परीक्षा से हुआ हो। ऐसे छात्र-छात्राओं को अधिकतम 20 लाख तक के शैक्षिक ऋण की व्यवस्था है। यानी चार लाख रुपये प्रतिवर्ष दिए जा सकते हैं। विदेश में शिक्षा ग्रहण करने पर 30 लाख रुपये तक शैक्षिक ऋण योजना से ऋण मिल सकता है। यह धनराशि अधिकतम पांच वर्षीय कोर्स के लिए तीन प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर उपलब्ध कराई जाएगी। जिन छात्र-छात्राओं को जरूरत है, वह निर्धारित प्रारुप पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन 15 जुलाई तक स्वीकार किए जाएंगे। निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त होने वाले आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि योजना के संंबंध में किसी भी तरह की जानकारी के लिए विकास भवन स्थित जिला अल्पसंख्यक कार्यालय में तैनात बाबू सुहेल अहमद से संपर्क किया जा सकता है। इस योजना में कुछ लोगों ने कोराेना काल में भी आवेदन पत्र दिए थे। उनके आवेदन भी अब इस योजना में शा्मिल कर लिए जाएंगे।