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पीवी सिंधू ने रियो ओलिंपिक 2016 में भारत के लिए बैडमिंटन एकल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता था। इसके ठीक बाद उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में लगातार दूसरा मेडल जीत लिया। इस जीत के साथ ही वो भारत के लिए ओलिंपिक में दो-दो मेडल जीतने वाली पहली महिला एथलीट बन गईं।
पीवी सिंधू ने ओलिंपिक में भारत के लिए दो मेडल जीतकर इतिहास रच दिया (एपी फोटो)
नई दिल्ली। भारतीय ओलिंपिक इतिहास में जो अब तक नहीं हुआ उसे महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने कर दिखाया। टोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीतने के साथ ही उन्होंने अपना दूसरा ओलिंपिक मेडल अपने नाम कर दिया। इससे पहले पीवी सिंधू ने रियो ओलिंपिक 2016 में भारत के लिए बैडमिंटन एकल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता था। उस साल उन्हें फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इसके ठीक बाद उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में लगातार दूसरा मेडल जीत लिया। इस जीत के साथ ही वो भारत के लिए ओलिंपिक में दो-दो मेडल जीतने वाली पहली महिला एथलीट बन गईं।
हालांकि भारत के लिए रेसलर सुशील कुमार ने कुश्ती में दो-दो मेडल अपने नाम किए थे। सुशील कुमार ने 2008 बिजिंग ओलिंपिक में कांस्य पदक और फिर 2012 में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। वो भारत की तरफ से ओलिंपिक में दो-दो मेडल जीतने वाले पहले पुरुष एथलीट बने थे, लेकिन अब सिंधू ऐसा कमाल करने वाली पहली महिला एथलीट बनीं साथ ही बैडमिंटन में भी भारत के लिए दो मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी बनीं। टोक्यो ओलिंपिक में सिंधू ने ब्रॉन्ज के लिए हुए मुकाबले में चीनी खिलाड़ी बिंगजियाओ को लगातार दो गेम में 21-13 और 21-15 से हराकर ये उपलब्धि अपने नाम कर लिया।