लापरवाही से गोरखपुर में फ‍िर फैला कोरोना संक्रमण- जांच के ल‍िए KGMU भेजे गए नमूने

harshita's picture

RGA न्यूज़

लोगों की लापरवाही ने गोरखपुर के बलुआ गांव में संक्रमण को न्यौता दिया और आठ घरों में फैला दिया। बड़ों की लापरवाही का खामियाजा बच्चे भी भुगत रहे हैं। पांच दिन में इस गांव की सात हजार की आबादी में 19 संक्रमित मिल चुके हैं।

गोरखपुर में लोगों की लापरवाही से फ‍िर कोरोना संक्रमण फैल रहा है। 

गोरखपुर कैम्पियरगंज के बलुआ गांव में मिले 19 कोरोना संक्रमितों की जीनोम सिक्वेंसिंग जबकि 150 की आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी। गुरुवार को 169 लोगों के नमूने जांच के लिए ङ्क्षकग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) लखनऊ भेजे गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान लेनेे के बाद अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सतर्क हो गए हैं।

अब तक की जांच में पता चला है कि दिल्ली, मुंबई या देश के अन्य प्रांतों से इस गांव में कोई नहीं आया है। यहां के लोग जरूरत पडऩे पर कैंपियरगंज, गोरखपुर या महराजगंज गए थे। इस दौरान वे न तो शारीरिक दूरी का पालन किए और न ही मास्क का उपयोग। लिहाजा उनके घर में महामारी ने दस्तक दे दी। धानी सीएचसी के डा. नीरज ने ङ्क्षसह ने बताया कि पांच दिन में इस गांव की सात हजार की आबादी में 19 संक्रमित मिले हैं, इसमें तीन ब'चे भी शामिल हैं। उनकी उम्र दो, आठ व नौ वर्ष है। कुछ में मामूली लक्षण हैं। केवल बुखार है। उन्हें दवा देकर क्वारंटाइन करा दिया गया है। सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। गुरुवार को महराजगंज के सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव, एसीएमओ डा. आइए अंसारी ने गांव का दौरा किया और लोगों को सतर्कता बरतने का निर्देश दिया।

आठ घरों को किया गया सील

बलुआ गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। जिन आठ घरों में संक्रमित मिले हैं। उन्हें सील कर दिया गया है। संक्रमितों को बाहर न निकलने की सख्त हिदायत दी गई है। जरूरी सामान लेने केवल वे ब'चे घर से बाहर निकल रहे हैं जो संक्रमित नहीं हैं। वे भी गांव की दुकान तक ही जा रहे हैं।

पांच को पहली बार मिले थे तीन संक्रमित

गांव में पांच अगस्त को कोविड टीकाकरण चल रहा था। वहीं बगल में कोरोना की जांच हो रही थी। कुछ लोगों ने टीका लगवाने से पहले कोरोना की जांच कराई। उसमें अलग-अलग परिवारों के तीन लोग पाजिटिव आ गए। सात अगस्त को पुन: एक-एक परिवार से पांच और दो लोग कोरोना संक्रमित मिले। 10 अगस्त को एक परिवार से दो, 11 को एक परिवार से तीन और चार परिवारों के चार लोग संक्रमित पाए गए।

आठ लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव

सभी संक्रमितों के नमूने रीयल टाइम पालीमरेज चेन रियेक्शन (आरटी-पीसीआर) जांच के लिए क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र में भेजे गए हैं। उनमें से आठ संक्रमितों की रिपोर्ट आ गई है जो निगेटिव है। फिर भी उन्हें 10 दिन सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। शेष की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

किसी को नहीं लगा है टीका

जो लोग भी संक्रमित पाए गए हैं, अभी तक किसी को कोरोना रोधी टीका नहीं लगा है, उनके परिवार के भी किसी व्यक्ति ने अभी तक टीका नहीं लगवाया है। तीन लोग टीका लगवाने ही गए थे, उसके पहले ही पाजिटिव आ गए। हालांकि अभी तक इस गांव में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है।

150 की हुई जांच, नहीं मिले संक्रमित

बलुआ गांव में गुरुवार को कैंप लगाकर धानी सीएचसी ने 150 लोगों की जांच की। लेकिन कोई संक्रमित नहीं मिला। इससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। इस मौके स्वास्थ्य विभाग से डा. नीरज ङ्क्षसह, सरिता, कामिनी, अभिषेक, सरिता मौजूद रहीं।

अब भी नहीं चेते

गांव में एक निजी अस्पताल में धानी सीएचसी की तरफ से कोविड टीकाकरण चल रहा है। गांव में संक्रमण फैलने के बाद भी लोग सतर्क नहीं हैं। टीकाकरण केंद्र पर गुरुवार को शारीरिक दूरी का पालन होते नहीं दिखा। कुछ लोग बिना मास्क लगाए भी पहुंचे थे।

बलुआ गांव में लोगों की कोरोना जांच चल रही है। गुरुवार को 500 लोगों का कोविड टीकाकरण भी कराया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम रोज गांव में जाकर लोगों को जागरूक कर रही है। सभी लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.