दो जिलों के बीच में फंस गई बलुआ गांव के लोगों की कोरोना जांच 

harshita's picture

RGA न्यूज़

बलुआ गांव में 19 संक्रमित मिल चुके हैं। यह गोरखपुर का राजस्व गांव है लेकिन यहां स्वास्थ्य सेवाएं महराजगंज की चलती हैं। महराजगंज के धानी स्वास्थ्य केंद्र ने गांव में कैंप लगाकर लोगों की कोरोना जांच शुरू कर दी गई है।

गोरखपुर, कैंपियरगंज तहसील के बलुआ गांव में 19 संक्रमित मिल चुके हैं। यह गोरखपुर का राजस्व गांव है, लेकिन यहां स्वास्थ्य सेवाएं महराजगंज की चलती हैं। महराजगंज के धानी स्वास्थ्य केंद्र ने गांव में कैंप लगाकर लोगों की कोरोना जांच तो शुरू कर दी है, लेकिन जांच उन्हीं की हो पा रही है जो स्वत: जागरूक हैं और कैंप तक आ रहे हैं। सभी की जांच के लिए प्रशासनिक व्यवस्था की जरूरत है, जो गोरखपुर को करनी है। तहसीलदार कैंपियरगंज ने गांव का निरीक्षण तो किया है लेकिन कोई व्यवस्था नहीं की कि गांव के सभी लोगों की अनिवार्य तौर पर जांच हो सके।

बलुआ गांव से बाहर भी पहुंच गया है संक्रमण

बलुआ में 19 संक्रमित हैं। संक्रमण बलुआ से बाहर भी पहुंच गया है। अगल-बगल के दो गांवों में भी एक-एक संक्रमित मिल चुके हैं। बलुआ स्थित सबसेंटर के अंतर्गत तीन ग्राम पंचायतों के नौ टोले आते हैं। इनमें कुल आबादी 10572 है। इसमें अकेले बलुआ की आबादी की 6168 है। बलुआ में तो जांच भी हो रही है। अगल-बगल के गांवों में वह भी नहीं। पूरी आबादी भगवान भरोसे है। एक केंद्र से सभी नौ टोलों के लोगों की जांच करने की जिद पर स्वास्थ्य महकमा टिका रहा और जांच की गति यही रही तो सभी की जांच में दो माह से अधिक का समय लग सकता है। तब तक संक्रमण यहां से निकलकर पूरे जिले में फैल सकता है और आसपास के जिलों को भी प्रभावित कर सकता है।

11 एएनएम सेंटरों को नहीं मिलता है बजट

दो जिलों में फंसे होने के नाते धानी स्वास्थ्य केंद्र के 11 एएनएम सेंटरों व एक प्रसव केंद्र को बजट नहीं मिलता है। खजूरगांवा में स्थित प्रसव केंद्र का भवन पूरी तरह जर्जर हो गया है। बजट के अभाव में न तो उसका रख-रखाव हो पा रहा है और न ही जीर्णोद्धार। इसके अलावा 11 एएनएम सेंटर हैं, वह भी बजट के अभाव में बदहाल हो रहे हैं। इनके अंतर्गत 30 गांव आते हैं। चूंकि ये सभी गांव राजस्व की द़ष्टि से गोरखपुर जनपद में आते हैं, इसलिए स्वास्थ्य विभाग महराजगंज से इनको कोई बजट नहीं मिलता है। यही वजह है कि पिछले कई वर्षों से अनेक बीमारियों की निजात के लिए इन गांवों में मच्छररोधी दवा का छिड़काव भी नहीं हो पाया।

150 की जांच में सभी निगेटिव, 600 लोगों को लगा टीका

राहत भरी खबर है कि बलुआ में दो दिन से कोई पाजिटिव नहीं मिला है। 150 लोगों की जांच की गई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके साथ ही 600 लोगों का कोविड टीकाकरण भी किया गया। डा. नीरज ने बताया कि जो लोग जागरूक हैं, वही जांच कराने आ रहे हैं। शेष लोगों को भी प्रेरित किया जा रहा है। स्वास्थ्य टीम ने घर-घर जाकर लोगों को मास्क लगाने, कोविड जांच व टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित किया। टीम में अजय कुमार, विवेक कुमार, सुनीता, कामिनी, पूनम, प्रमिला शामिल थीं।

जरूरत पड़ी तो सभी की कराई जाएगी कोरोना जांच

महराजगंज के सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव ने कहा कि जरूरत पड़ने पर सभी की कोरोना जांच कराई जाएगी। अभी संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों को चिह्नित कर उनकी जांच कराई जा रही है। एनएनम सेंटरों व प्रसव केंद्र के लिए शासन से ही बजट नहीं आता क्योंकि ये गांव महराजगंज की मैपिंग में दिखते नहीं हैं, इसके लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा। कोरोना जांच व टीकाकरण का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है।

जो गांव गोरखपुर स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र के हैं, वहां शुरू करा दी गई है जांच

गोरखपुर के सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने कहा कि 11 एएनएम सेेंटर व खूजरगांवा का प्रसव केंद्र महराजगंज के धानी स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आता है। इन सेंटरों को बजट उसी जिले के स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराना है। ये केंद्र गोरखपुर के किसी स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत नहीं आते हैं, इसलिए इनका बजट यहां से नहीं भेजा जाता है। आसपास के जो गांव गोरखपुर स्वास्थ्य केंद्र के हैं, वहां जांच शुरू करा दी गई है।

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.