किशोरी की हत्या में शामिल 50 हजार का इनामिया बदमाश गिरफ्तार, भाग गया था उत्‍तराखंड

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RGA न्यूज़

काजल के हत्‍या में वांछित आरोपित हरीश को गगहा पुलिस ने भलुआन के निर्माणाधीन अंडरपास के पास से गिरफ्तार किया है। हरीश सहारनपुर के देवबंद हाशिमपुरा का रहने वाला है। उसके पास से एक असलहा एक कारतूस व 2550 रुपये भी पुलिस ने बरामद किया है।

पुलिस अभिरक्षा में काजल का हत्यारोपित हरीश।

गोरखपुर, गगहा के जगदीशपुर भलुआन निवासी राजीव नयन सिंह की पुत्री काजल के हत्‍या में वांछित आरोपित हरीश को गगहा पुलिस ने भलुआन के निर्माणाधीन अंडरपास के पास से गिरफ्तार किया है। हरीश सहारनपुर के देवबंद हाशिमपुरा का रहने वाला है। उसके पास से एक असलहा, एक कारतूस व 2550 रुपये भी पुलिस ने बरामद किया है। बता दें कि बीते 20 अगस्त की रात जगदीशपुर भलुआन निवासी विजय प्रजापति, हरीश व एक अन्य साथी के साथ मिलकर राजीव नयन सिंह की पिटाई कर रहे थे। काजल ने उस पिटाई का वीडियो बना लिया। इससे नाराज विजय ने काजल को गोली मार दी थी। बाद में इलाज के दौरान उसकी लखनऊ में मौत हो गई थी।

एक मुकदमे में आत्‍मसमर्पण करने के लिए निकल गया था हरिद्वार

पुलिस लाइन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान एसपी साउथ एके सिंह ने कहा कि काजल की हत्या के बाद हरीश बस्ती भाग गया था। उसे जब पता चला कि पुलिस उसे सरगर्मी से तलाश रही है तो वह हरिद्वार के एक मुकदमे में आत्मसमर्पण करने के लिए निकल गया। पता चला कि वहां भी गोरखपुर की पुलिस उसे तलाश रही है। ऐसे में वह फिर गोरखपुर लौट आया और पकड़ लिया गया

ग्राहक सेवा केंद्र संचालक से लूट में भी शामिल था हरीश

एसपी साउथ ने बताया कि हरीश दिल्ली में विजय के संपर्क में आया था। दोनों शातिर बदमाश हैं। दोनों ने साथ में मिलकर लूट की कई घटनाएं अंजाम दी हैं। इससे पूर्व हरीश गोरखपुर में लूट के दौरान पकड़ा भी जा चुका है। अभी बीते दो अगस्त को हरीश व विजय ने गगहा के पांडेय ढाबा के सामने में एक जनसेवा केंद्र संचालक से 48700 रुपये छीन लिए थे। हरीश के विरुद्ध गोरखपुर व अन्य जिलों में एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। आरोपित को गिरफ्तार करने में प्रभारी निरीक्षक गगहा, सर्विलांस सेल प्रभारी धीरेंद्र राय आदि शामिल रहे। एसपी साउथ ने बताया कि मुख्य आरोपित विजय प्रजापति की मां जयंती देवी को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। अन्य आरोपितों की तलाश जारी है।

एडीजी की जांच में दोषी मिले हैं गगहा थानेदार

एडीजी अखिल कुमार ने घटना की जांच जोन कार्यालय से एक टीम भेजकर कराई थी। टीम ने अपनी रिपोर्ट एडीजी को भेज दी। रिपोर्ट में गगहा थानेदार दोषी मिले हैं। एडीजी के पास भेजी गई रिपोर्ट में टीम ने बताया है कि गगहा थाना क्षेत्र में बीट पुलिस अधिकारी (बीपीओ) को नियमित रूप से उनके क्षेत्र में नहीं भेजा जाता है। जगदीशपुर भलुआन का बीपीओ दीपू कुंवर थाने की गाड़ी चलाता है। उसका बीट क्षेत्र में जाना कम है। बीपीओ की रवानगी साप्ताहिक्र क्रम में जीडी में अंकित नहीं की जाती है।

आपरेशन तमंचा के तहत तीन असलहे बरामद किए गगहा थाने ने

गगहा थाने ने आपरेशन तमंचा के तहत तीन असलहे बरामद किये हैं, लेकिन जगदीशपुर भलुआन में आपरेशन तमंचा के तहत कार्रवाई शून्य है। इसी तरह आपरेशन शिकंजा व अन्य अभियानों में भी थाने के द्वारा ध्यान नहीं दिये जाने का जिक्र का है। एडीजी अखिल कुमार ने इस रिपोर्ट को एसएसपी को भेजकर गगहा थानेदार को हटाए जाने के लिए कहा है। साथ सीओ बांसगांव से स्पष्टीकरण मांगने के लिए कहा है कि वहां ढंग बीट सिस्टम का पालन क्यों नहीं हो पा रहा है। एडीजी गगहा के थानेदार अमित दुबे की तैनाती को लेकर एसएसपी से भी स्पष्टीकरण मांगा है कि उन्हें किस आधार पर थानेदार बनाा गया था।

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