RGA न्यूज़ गोरखपुर समाचार
एसपी ने बताया कि पुलिस से घिरता देख फायरिंग कर भाग रहा था अपराधी विजय। फायरिंग में घायल होने के बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
काजल का हत्यारा विजय प्रजापति पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है। एसएसपी विपिन टाडा ने बताया कि पुलिस से घिरता देख अपराधी विजय फायरिंग कर भाग रहा था। फायरिंग में घायल होने के बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गगहा के इस बदमाश पर एक लाख रुपये का इनाम था।
एसएसपी ने बताया कि बीती देर रात चेंकिंग चल रही थी। इसके बाद विजय प्रजापति के संभावित ठिकाने पर जब पुलिस टीम पहुंची तो विजय ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी और भागने लगा। पुलिस ने भी जवाब दिया। इस जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश घायल हो गया और दूसरा भाग गया।
घायल बदमाश को अस्पताल लाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसकी शिनाख्त विजय के रूप में हुई है। विजय ने कुछ दिन पहले छात्रा काजल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस पर अपराध के दर्जनों मामले थे और एक लाख का इनाम भी था।
बता दें कि गोरखपुर जिले के गगहा इलाके के जगदीशपुर भलुआन गांव के राजू नयन सिंह ने दावा किया था कि उनकी बेटी काजल की हत्या में आरोपी विजय प्रजापति का पिता सुभाष प्रजापति बीते रविवार मध्य रात्रि करीब एक बजे अपने घर आकर सामान बांधकर वापस चला गया। उसके घर के बाहर पुलिस सोती रही। हालांकि पुलिस ने इससे इनकार किया था।
यह था मामला
जानकारी के मुताबिक, गगहा इलाके के जगदीशपुर भलुआन गांव निवासी राजू नयन सिंह बांसगांव कचहरी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। इनका विजय प्रजापति से रुपयों के लेन देने का विवाद था। 20 अगस्त की रात में विजय प्रजापति समेत चार लोग राजू नयन सिंह के घर पहुंचे और उनकी पिटाई करने लगे। राजू नयन सिंह की बेटी काजल (17) पिता की पिटाई का वीडियो बनाने लगी। इस पर विजय प्रजापति ने काजल के पेट में गोली मार दी थी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।