मुरादाबाद में राष्ट्रीय सचिव के सामने ही भिड़े कांग्रेसी, कहा-बैठने के ल‍िए कुर्सी का भी इंतजाम नहीं

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RGA न्यूज़

बूथ कमेटियों के मुकाबले शहरी बूथों पर केवल कागजी काम होने का भी आरोप लगा। वरिष्ठ नेताओं के समझाने पर दोनों शांत हो गए। प्रत्याशियों से निजी खर्चे पर बसें मेरठ ले जाने की बात हुई

जिले से सिर्फ ठाकुरद्वारा ब्लाक अध्यक्ष ही पहुंचे।

मुरादाबाद, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा की 29 सितंबर को मेरठ में होने वाली रैली को सफल बनाने के लिए बुलाई गई बैठक में जिले से सिर्फ ठाकुरद्वारा के ब्लाक अध्यक्ष ही पहुंचे। उन्होंने भी सम्मान नहीं मिलने पर राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम के सामने ही विरोध कर दिया। इसे लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा। बाद में वरिष्ठ नेताओं ने समझाकर शांत किया। 

कांग्रेस के महानगर कार्यालय, चौमुखा पुल पर कांग्रेसियों की बैठक बुलाई थी। इसमें राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम के साथ बैठकर प्रियंका वाड्रा की 29 को मेरठ में होने वाली रैली पर चर्चा होनी थी। प्रदेश नेतृत्व ने तौकीर आलम को रैली में भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी सौंपी है। जिले से सभी ब्लाक अध्यक्षों और उनकी टीम के साथ टिकट के दावेदारों को बुलाया गया था। लेकिन, आठ ब्लाकों में से ठाकुरद्वारा ब्लाक अध्यक्ष वसीम अहमद ही पहुंचे। उनके साथ ब्लाक उपाध्यक्ष नाजिम और सुलेमान भी थे। नेता और उनके करीबी कुर्सियों पर बैठे थे। उनसे किसी ने बैठने तक के लिए कुर्सी तक का इंतजाम नहीं किया। इस पर ब्लाक अध्यक्ष और उनके साथी बैठक में नाराज गए। उन्होंने महानगर अध्यक्ष अनुभव महरोत्रा से कहा कि ब्लाकों में जाकर सम्मान पाने की उम्मीद रहती है। लेकिन, यहां आने पर उनसे कोई पानी तक को नहीं पूछता है। बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं है। इसे लेकर हंगामा खड़ा हो गया। बूथ कमेटियों के मुकाबले शहरी बूथों पर केवल कागजी काम होने का भी आरोप लगा। वरिष्ठ नेताओं के समझाने पर दोनों शांत हो गए। प्रत्याशियों से निजी खर्चे पर बसें मेरठ ले जाने की बात हुई। सभी पदाधिकारियों और दावेदारों को मेरठ रैली में बसें ले जाने के लिए लक्ष्य दिया गया। इस दौरान जिलाध्यक्ष असलम खुर्शीद, अफजल साबरी, सुधीर पाठक, महानगर अध्यक्ष अनुभव महरोत्रा आदि मौजूद रहे।

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