खलीलाबाद-बहराइच की नई रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू, 16 बड़े स्टेशन भी बनेंगे

harshita's picture

RGA न्यूज़

खलीलाबाद से बहराइच तक 16 बड़े स्टेशन और 12 हाल्ट स्टेशन होंगे। 22 बड़े और 16 छोटे पुलों का निर्माण होगा। विद्युतीकरण की भी हरी झंडी मिल गई है। रेल मंत्रालय ने कार्य में तेजी लाने के लिए 20 करोड़ रुपये भी आवंटित कर दिया है

खलीलाबाद से बहराइच 240 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन के लिए भूमि का अधिग्रहण शुरू हो गया है।

गोरखपुर, खलीलाबाद से बहराइच 240 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन के लिए भूमि का अधिग्रहण शुरू हो गया है। पूर्वोत्तर रेलवे निर्माण संगठन के पत्र के बाद सिद्धार्थनगर जिला प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। प्रथम चरण में खेसरहा, बांसी, डुमरियागंज, उतरौला में भूमि का अधग्रहण होगा। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद डुमरियागंज के सांसद जगदम्बिका पाल ने रेलमंत्री के प्रति आभार जताया है।

बनेंगे कुल 16 बड़े स्टेशन, 12 हाल्ट का होगा निर्माण

जानकारों के अनुसार खलीलाबाद से बहराइच तक 16 बड़े स्टेशन और 12 हाल्ट स्टेशन होंगे। 22 बड़े और 16 छोटे पुलों का निर्माण होगा। रेल लाइन निर्माण के साथ विद्युतीकरण की भी हरी झंडी मिल गई है। फिलहाल रेल मंत्रालय ने कार्य में तेजी लाने के लिए 20 करोड़ रुपये भी आवंटित कर दिया है। बांसी तहसील में कुल 93 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है।

2019 को तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने किया था शिलान्यास

खलीलाबाद से बलरामपुर होते हुए बहराइच तक नई रेल लाइन का शिलान्यास दो मार्च 2019 को तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने किया था। लगभग पांच हजार करोड़ की लागत से प्रस्तावित इस परियोजना के लिए नीति आयोग की स्वीकृति मिल चुकी है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण से पहले एक संस्था ने रेल रूट का रैपिड सर्वे कर इसके रास्ते में आ रही किसानों की भूमि का सत्यापन कराने का प्रस्ताव प्रशासन को दिया था। इसके बाद संस्था ने रेल रूट पर आने वाले जिले के खलीलाबाद व मेंहदावल तहसील क्षेत्र के 54 गांवों चिन्हित कर रिपोर्ट प्रशासन और रेलवे को सौंप दी थी।

खलीलाबाद के इन गांवों में बिछेगी रेल लाइन

सरैया, चकमदरुल्लाह, चांदीडीहा, बरहटा, बारी गांव, देवापार खास, नाऊडांड़, भवार, चोकी, मकदूमपुर, झीनखाल, खुरजहना, भिरवा, देवकली, चिकथापार, बढय़ा बाबू, भगवानपुर, कटेसरी, अतरी, समदा, गौरा, तरकुलवा, मदरहा, हारापट्टी, परसोहिया-2, बड़हरा-2 तथा सईं बुजुर्ग गांव में रेल पटरी बिछाई जाएगी।

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.