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RGA न्यूज़
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। यह हवाई अड्डा बौद्ध धर्म के और अधिक अनुयायियों को देश-विदेश से कुशीनगर आकर्षित करने में मदद करेगा और बौद्ध विषय वस्तु आधारित सर्किट के विकास को बढ़ाएगा।
कुशीनगर में कार्यक्रम को संबोधित करते पीएम नरेंद्र मोदी।
गोरखपुर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को यहां विकास योजनाओं के लोकार्पण-शिलान्यास के साथ पूर्वांचल में चुनावी अभियान का श्रीगणेश किया। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार की उपलब्धियों की लंबी सूची को पढ़ते हुए मोदी ने पिछली सरकार को जमकर धोया। कहा-'2017 से पहले जो सरकार थी, उसकी नीति में माफिया को खुली छूट और खुली लूट शामिल था। योगी के नेतृत्व वाली सरकार में आज माफिया माफी मांगता फिर रहा है। योगी के कदमों से जबसे च्यादा दर्द और दुख माफियावादियों को हो रहा है। योगी और उनकी टीम उस भू-माफिया को ध्वस्त कर रही है, जो गरीबों, वंचितों और दलितों की जमीन पर बुरी नजर रखता था, अवैध कब्जा करता था।
पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का किया उद्घाटन
भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में प्रधानमंत्री ने करीब साढ़े तीन घंटे बिताए। आगमन के साथ ही उन्होंने श्रीलंकाई अतिथियों और बौद्ध भिक्षुओं की उपस्थिति में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शुभारंभ किया, उपस्थिति जनसमुदाय को भी संबोधित किया। इसके बाद अभिधम्म समारोह में बौद्ध भिक्षुओं को चीवर भेंट किया और पैर छूकर आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भगवान बुद्ध के दर्शन को भारत की आत्मा में रचा-बसा बताया। दौरे का तीसरा चरण था जनसभा का संबोधन। प्रधानमंत्री ने शुरूआत भोजपुरी से की। कहा-'आज हम एयरपोर्ट के उद्घाटन अउर मेडिकल कालेज के शिलान्यास कइनी। इहां गंभीर बीमारी के इलाज होई और जहाज भी उड़ी। विकास का खाका खींचते हुए कहा कि नए एयरपोर्ट से यहां गरीब से लेकर मध्यम वर्ग तक, गांव से लेकर शहर तक पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाली है। महराजगंज और कुशीनगर को जोडऩे वाले मार्ग के चौड़ीकरण के साथ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी ही, रामकोला और सिसवा चीनी मिल तक पहुंचने में किसानों को होने वाली परेशानी भी दूर होगी।
भाषा अब विकास में रुकावट नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुशीनगर में राजकीय मेडिकल कालेज बनने से इलाज की नई सुविधा मिलेगी। बिहार के सीमावर्ती इलाकों को भी लाभ मिलेगा। यहां से अनेक युवा डाक्टर बनने का सपना पूरा कर पाएंगे। अपनी मातृभाषा में पढऩे वाला, गरीब मां बेटा भी अब डाक्टर बन सकेगा। इंजीनियर बन सकता है। भाषा के कारण उसके विकास की यात्रा में कोई रुकावट नहीं पैदा होगी। आजादी के 75 साल बाद ऐसा निर्णय हुआ है। ऐसे ही प्रयासों के कारण पूर्वांचल में दिमागी बुखार इंसेफ्लाइटिस जैसी बीमारी से हजारों मासूमों को बचाया सका है। गंडक नदी के आसपास के सैकड़ों गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए अनेक जगहों पर तटबंध का निर्माण हो, कुशीनगर राच्य का निर्माण हो, राजकीय महाविद्यालय का निर्माण हो, इस क्षेत्र को अभाव से निकाल कर आकांक्षाओं की ओर ले जाएंगे। बीते छह-सात सालों में गरीब, दलित, पिछड़ा, आदिवासी, ऐसे हर वर्ग को मूलभूत सुविधाओं से जोडऩे का जो अभियान देश मे चल रहा है, ये उसी की एक अहम कड़ी है
देश-विदेश के बौद्ध धर्म के अनुयायियों कुशीनगर आकर्षित करेगा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर एक प्रमुख बौद्ध तीर्थस्थल है। यहां बनकर तैयार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को देश को समर्पित किया। यह बौद्ध सर्किट का केंद्र बिंदु भी है। हवाई अड्डा बौद्ध धर्म के और अधिक अनुयायियों को देश-विदेश से कुशीनगर आकर्षित करने में मदद करेगा और बौद्ध विषय वस्तु आधारित सर्किट के विकास को बढ़ाएगा। बौद्ध सर्किट के लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर, श्रवस्ती, राजगीर, संकिसा और वैशाली की यात्र अब कम समय में पूरी हो सकेगी।
हवाई अड्डे की कुछ अन्य बातें
इस हवाई अड्डे के लोकार्पण के साथ उत्तर प्रदेश सर्वाधिक हवाई अड्डा वाला प्रदेश बन जाएगा।
हवाई अड्डा शुरू होने से पर्यटकों के आगमन में 20 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है (उप्र सरकार के आंकलन के अनुसार)। स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे।
हवाई अड्डा ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ को प्रोत्साहित करेगा।
गरीबों को अहसास-दर्द समझने वाली सरकार
सुविधाएं अब तेजी से पहुंच रही है तो गरीबों को पहली बार अहसास हो रहा है कि आज जो सरकार है, वह उसका दर्द समझती है, परेशानी भी समझती है। बहुत ईमानदारी के साथ केंद्र और राच्य की सरकार उत्तर प्रदेश के विकास में, इस क्षेत्र के विकास में जुटी है। डबल इंजन की सरकार डबल ताकत से स्थितियों को सुधार रही है, अन्यथा 2017 से पहले, योगी की सरकार के आने से पहले जो सरकार यहां थी, उसे आपकी दिक्कतों से, गरीब की परेशानियों से कोई सरोकार नहीं था। वह चाहती नहीं थी कि केंद्र की योजनाओं का लाभ उत्तर प्रदेश के गरीब के घर तक पहुंचे। इसलिए पहले की सरकार के समय गरीबों और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्टों में देरी होती ही गई, होती ही गई।
समाजवादी नहीं, परिवारवादी
विपक्ष पर हमलावर मोदी ने कहा-राम मनोहर लोहिया कहा करते थे कि कर्म को करुणा से जोड़ो, लेकिन जो पहले सरकार चला रहे थे, उन्होंने गरीब के दर्द की परवाह नहीं की। पहले की सरकार ने अपने कर्म को घोटालों से जोड़ा, अपराधों से जोड़ा, यूपी के लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि इन लोगों की पहचान समाजवादियों की नहीं, परिवारवादी की बन गई। इन लोगों ने सिर्फ अपने परिवार का भला किया।
यूपी में कर्मयोगियों की सरकार
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी में कर्मयोगियों की सरकार है। इसका सबसे ज्यादा लाभ माताओं-बहनों को हुआ है। जो नए घर बने उनमें अधिकांश की रजिस्ट्री बहनों के नाम हुई। शौचालय इच्जत घर बने तो सुविधा के साथ गरिमा की भी रक्षा हुई। उच्च्वला कनेक्शन मिला तो उन्हें धुएं से मुक्ति मिली। दो साल में ही 27 लाख परिवारों को शुद्ध पेयजल का कनेक्शन मिला है।
कानून के राज को सर्वोच्च प्राथमिकता
प्रधानमंत्री ने बीते साढ़े चार साल के दौरान उत्तर प्रदेश में कानून के राज को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। जब कानून का राज होता है, अपराधियों में डर होता है तो विकास योजनाओं का लाभ तेजी से सभी वर्गों तक पहुंचता है। यही, योगी की टीम जमीन पर उतार कर दिखा रही है। औद्योगिक विकास एक दो शहरों तक सीमित नहीं है, पूर्वांचल के जिलों तक भी पहुंच रहा है।