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गोरखनाथ मंदिर के यात्री निवास के लिए पर्यटन विभाग ने करीब नौ करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार कराकर शासन को भेजा है। प्रस्ताव के मुताबिक यह दो तल का बनाया जाएगा। भूमि तल पर वेटिंग हाल डाइनिंग हाल किचेन के साथ 92 बेड से सुसज्जित 26 कमरे होंगे।
रोशनी में नहाया गोरखनाथ मंदिर।
गोरखपुर, गोरखनाथ मंदिर के प्रति पर्यटकों के आकर्षण को देखते हुए पर्यटन विभाग काफी उत्साहित है। वह उसे और सजाने-संवारने में जुटा है, जिससे यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या निरंतर बढ़ती रहे। सजावट के क्रम में ही विभाग मंदिर परिसर में मौजूद अन्य मंदिरों को भी उसी तरह फसाड लाइट से सजाने जा रहा है, जैसा कि बाबा गोरखनाथ जी के दरबार को सजाया जा चुका है। इससे परिसर के सारे मंदिर रंग-बिरंगे नजर आएंगे पूरा परिसर पहले से कहीं ज्यादा आकर्षक दिखेगा। मंदिर आने के बाद यदि पर्यटकों को वहां ठहरने के लिए भटकना न पड़े, विभाग ने इसकी भी चिंता की है। विभाग मंदिर परिसर में पर्यटकों और संतों के ठहराव के लिए 194 बेड का यात्री/संत निवास बनाने जा रहा है। दोनों ही कार्यो के लिए पर्यटन विभाग प्रस्ताव बनाकर भेज चुका है। अब उसे शासन की स्वीकृति का इंतजार है
यात्री निवास में होंगे 56 कमरे, 3000 वर्गमीटर में दो तल में होगा भवन का निर्माण
यात्री/संत निवास के लिए पर्यटन विभाग ने करीब नौ करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार कराकर शासन को भेजा है। प्रस्ताव के मुताबिक यह दो तल का बनाया जाएगा। भूमि तल पर वेटिंग हाल, डाइनिंग हाल, किचेन के साथ 92 बेड से सुसज्जित 26 कमरे होंगे। प्रथम तल पर 102 बेड से सुसज्जित 32 कमरे बनाएं जाएंगे। भूमि तल पर 14 कमरे दो बेड वाले, आठ कमरे चार बेड वाले और चार कमरे आठ बेड वाले होंगे जबकि प्रथम तल पर 16 कमरे दो बेड वाले, 12 कमरे चार बेड वाले और चार कमरे आठ बेड वाले होंगे। यानी पर्यटकों और संतों के ठहराव के लिए कुछ 56 कमरे उपलब्ध रहेंगे। इसका निर्माण मंदिर परिसर करीब 3000 वर्गमीटर में कराया जाएगा।
परिसर में लगेगा पब्लिक एड्रेस सिस्टम
मंदिरों को सजाने के लिए फसाड लाइट लगाने के प्रस्ताव में परिसर में पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाने की व्यवस्था भी शामिल की गई है, जिससे परिसर में आने वाले पर्यटकों का मार्गदर्शन किया जा सके। खिचड़ी मेले में उमडऩे वाली भीड़ को देखते हुए विभाग ने इस व्यवस्था को जरूरी माना है। इसी प्रस्ताव में परिसर की साफ-सफाई के लिए आटोमेटिक मशीन को भी शामिल किया गया है। इन सभी कार्यों के लिए करीब पौने दो करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा है।
पर्यटकों के गोरखपुर आने का एक प्रमुख मकसद बाबा गोरखनाथ का दर्शन-पूजन भी होता है। ऐसे में जब पर्यटक मंदिर परिसर में आएं तो उनकी सोच से बेहतर माहौल यहां मिले, इसके लिए पर्यटन विभाग संजीदा है। मंदिर परिसर को और भव्य बनाने के क्रम में अन्य देव-विग्रहों के दरबार को भी फसाड लाइट से सजाने की योजना बनाई गई है। इच्छुक पर्यटकों को ठहरने के लिए भटकना न पड़े, इसके लिए यात्री/संत निवास बनाने की योजना बन चुकी है। शासन की स्वीकृति मिलते ही यह कार्य शुरू करा दिया जाएगा।