गोरखपुर में 34 हजार लोगों को म‍िला आवास, सच हुआ अपनी छत का सपना

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RGA news

पीएम आवास योजना के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर डूडा ने 34 हजार से अधिक शहरी गरीबों के आवास का सपना साकार किया है। इनमें से 1425 को एक ही दिन में रविवार को मुख्यमंत्री की मौजूदगी में खुद का मकान मि

गोरखपुर में 34 हजार लोगों को आवास का लाभ म‍िल चुका है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर,। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) ने 34 हजार से अधिक शहरी गरीबों के आवास का सपना साकार किया है। इनमें से 1425 को एक ही दिन में रविवार को मुख्यमंत्री की मौजूदगी में खुद का मकान मिला। करीब आठ सौ करोड़ रुपये की लागत से आवासों का निर्माण किया गया है।

प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत दिए गए आ

गोरखपुर में डूडा की तरफ से सबसे ज्यादा व्यक्तिगत आवास वालों को लाभान्वित किया गया है। इसके तहत खपरैल, टीनशेड, झोपड़ी व जर्जर मकानों में रहने वालों के लिए पक्के मकान बनवाए गए। इसके लिए लाभार्थी को 2.50 लाख रुपये की सहायता दी जाती है। इसमें 1.50 लाख रुपये केंद्र सरकार और एक लाख रुपये राज्य सरकार की तरफ से दिए जाते हैं। धनराशि तीन किस्तों में सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है।

करीब आठ सौ करोड़ रुपये की लागत से किया गया है निर्माण

डूडा गोरखपुर की तरफ से 30 हजार 732 लाभार्थियों को प्रथम किस्त, 27 हजार 827 को द्वितीय किस्त और 16 हजार 650 को तीसरी किस्त दी जा चुकी है। इसके अलावा 1996 लाभार्थियों ने ऋण और 1488 ने भागीदारी (इसमें लाभार्थी के भी रुपये लगे हैं, मानबेला में 2.50 लाख सरकार और दो लाख रुपये लाभार्थी के लगे हैं) कर आवास लिया है

इन लाभार्थियों के आवेदन की जांच डूडा ने कार्यदायी एजेंसी से कराई थी। एजेंसी की ओर से मिली पात्रों की सूची डूडा के माध्यम से जिला प्रशासन को भेजी गई थी। इसकी संबंधित क्षेत्र के लेखपाल ने जांच की और अंतिम रूप से चयनित पात्रों की सूची डूडा को भेजी। डूडा ने इस सूची को शासन में भेजा।

डूडा की तरफ से पीएम आवास योजना का क्रियान्वयन

कुल लाभार्थी 34216

व्यय धनराशि 799.60 करोड़

लाभार्थी आधारित व्यक्तिगत आवास 30732

ऋण आधारित अनुदान 1996

भागीदारी में किफायती आवास 1488

मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप पीएम आवास योजना के तहत शहरी क्षेत्र में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए उनके खुद के पक्के मकान की व्यवस्था तेजी से की जा रही है। शहर में इस योजना से अब तक 34 हजार 216 पात्र लाभान्वित किए जा चुके हैं। 

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