विश्वविद्यालय संकट में है, चाहिए आपका हाथ, आइए हमारे साथ- अब जनसंपर्क पर उतरे प्रो. कमलेश

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RGAन्यूज़

Gorakhpur University Prof Kamlesh गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के निलंबित आचार्य प्रो. कमलेश गुप्त ने अपने सत्याग्रह के पक्ष में जन समर्थन जुटाया। पहले से घोषित कार्यक्रम के अनुसार उन्होंने टाउनहाल नगर निगम जिला अस्पताल घोष कंपनी चौक पर जनसंपर्क किया।

गोरखपुर में जनसंपर्क अभियान चलाते प्रो कमलेश। - जागरण

गोरखपुर। कुलपति के खिलाफ आंदोलन छेडऩे वाले दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के निलंबित आचार्य प्रो. कमलेश गुप्त ने अपने सत्याग्रह के पक्ष में जन समर्थन जुटाया। पहले से घोषित कार्यक्रम के अनुसार उन्होंने टाउनहाल, नगर निगम, जिला अस्पताल, घोष कंपनी चौक पर जनसंपर्क किया। इस दौरान उन्होंने लोगों को पहले अपना परिचय दिया और कहा कि विश्वविद्यालय इन दिनों संकट के दौर से गुजर रहा है। ऐसा विवि के कुलपति के मनमाना रवैये की वजह से हो रहा है। इसके विरोध में वह सत्याग्रह कर रहे हैं। इस सत्याग्रह में उन्हें जनता का हाथ चाहिए, उनका साथ चाहिए।

शहर में क‍िया जनसंपर्क

प्रो. कमलेश ने जनसंपर्क की शुरुआत टाउनहाल तिराहे पर मौजूद गांधी प्रतिमा के चरणों में प्रणाम अर्पित करके की। उनका साथ देने के लिए प्रो. अजेय गुप्त और प्रो.चंद्रभूषण अंकुर भी मौजूद थे। प्रो. कमलेश व प्रो. अजेय सड़क पर चलते लोगों को रोक रहे थे और उन्हें विश्वविद्यालय की समस्या से अवगत कराते हुए अपने सत्याग्रह की जानकारी दे रहे थे। जो लोग उनकी बात सुनने में रुचि दिखा रहे थे, उन्हें वह पूरा प्रकरण बता रहे थे। वह लोगों को बता रहे थे कि कुलपति जिस मिड टर्म एवं एंड टर्म परीक्षा की बात कर रहे हैं, वह पाठ्यक्रम समिति, संकाय परिषद और विद्या परिषद से प्रस्तावित, स्वीकृत और संस्तुत नहीं है। अभी कुछ दिन पहले ही स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई शुरू हुई है और कुलपति परीक्षा कराने की बात कह रहे हैं

जारी रहेगा जनसंपर्क अभियान

दरअसल यह कुलपति द्वारा थोपी हुई व्यवस्था है। जनसंपर्क के बाद प्रो. कमलेश ने बताया कि जबतक विश्वविद्यालय में शीतकालीन अवकाश है, वह अलग-अलग स्थानों पर अपने सत्याग्रह के समर्थन में जनसंपर्क करते रहेंगे। उन्होंने शिक्षकों, विद्यार्थियों और मित्रों से अपील की कि वह जहां भी हों, अपने आसपास के लोगों को विश्वविद्यालय की समस्या बताते रहें। इसके लिए वह इंटरनेट मीडिया का भी इस्तेमा

चार्यों की राय, टर्म दो परीक्षा से पहले पूरी हो जाए प्रायोगिक परीक्षा

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को प्रधानाचार्यों ने दूसरे टर्म की परीक्षा से पहले प्रायोगिक परीक्षा पूरी कराने की राय दी है, ताकि समय से परिणाम घोषित हो सके। गोरखपुर सहोदय स्कूल एसोसिएशन की बैठक में सीबीएसई स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने बोर्ड को सुझाव देते हुए कहा है कि पहले टर्म के 25 प्रतिशत व शेष का मूल्यांकन 75 प्रतिशत के आधार पर करके ही परिणाम घोषित किया जाए। जरूरत पडऩे पर प्रथम टर्म के पाठ्यक्रम के कुछ अंश से प्रश्न दूसरे टर्म की परीक्षा में भी पूछे जाएं। इससे विद्यार्थी अच्‍‍छे अंक हासिल कर सकेंगे। जिला समन्वयक अजीत दीक्षित ने बताया कि बैठक में प्रधानाचार्यों से मिले फीडबैक को बोर्ड को भेजा जाएगा। यह बैठक बोर्ड के निर्देश पर आयोजित की गई थी। उन्होंने बताया कि बैठक में जिले के 27 स्कूलों के प्रधानाचार्य मौजूद रहे

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