

RGAन्यूज़ संवाददाता
गोरखपुर:- जेठ और देवरों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए गोरखपुर के हुमायुंपुर क्षेत्र स्थित उत्तरी जटेपुर की एक महिला ने सोमवार की दोपहर कलेक्ट्रेट पहुंचकर जहर खा लिया। महिला के जहर खा लेने से हड़कम्प मच गया। प्रशासनिक अधिकारियों ने आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल में महिला का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई है।
उत्तरी हुमायूंपुर निवासी सत्यप्रकाश यादव पांच भाई हैं। उनके चार अन्य भाई वीरेंद्र ओमप्रकाश यादव, विजय यादव, धर्मेंद्र यादव हैं। सत्यप्रकाश का अपने इन सगे भाइयों से मकान को लेकर विवाद चल रहा है। सत्यप्रकाश की पत्नी रेनू यादव अपने जेठ और देवरों से मकान में हिस्सा मांगती है जिसे लेकर उनके बीच अकसर विवाद चलता रहता है। मकान को ही लेकर रेनू यादव की सोमवार को अपने जेठ और देवरों से विवाद हुआ। रेनू को उसके जेठ और देवरों ने हिस्सा देने से मना कर दिया। उसने इस बात की शिकायत शाहपुर पुलिस से की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। दोपहर में रेनू यादव अपनी बेटी तान्या तथा बेटों शशांक और शिवम को लेकर घर से जिलाधिकारी से मिलने के लिए निकली। रास्ते में असुरन स्थित किसी दुकान से जहरीला पदार्थ खा लिया। वह बच्चों के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंची।
रेनू की बेटी तान्या किसी से प्रार्थना पत्र लिखवाने चली गई। वह प्रार्थना पत्र लिखवाकर लौटी ही थी कि रेनू ने पास रखा जहरीला पदार्थ खा लिया। रेनू को जहरीला पदार्थ खाते देखकर उसकी बेटी और बेटों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। रेनू के जहर खा लेने की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को हुई तो वे अपने-अपने कार्यालयों से बाहर निकल आए। अफसरों ने सक्रियता दिखाई। एक मजिस्ट्रेट की गाड़ी से रेनू को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसका इलाज शुरू हो गया। रेनू को उल्टियां हो रही थीं। चिकित्सकों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कर लिया है। हालांकि चिकित्सकों द्वारा उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
डीएम ने एसएचओ शाहपुर को दिया कार्रवाई का निर्देश
जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने रेनू यादव के प्रार्थना पत्र को गंभीरता से लिया है। उन्होंने प्रार्थना पत्र पढ़ने के बाद एसएचओ शाहपुर को इस मामले की जांच कर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद शाहपुर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मां को पीटते हैं लोग
जिला अस्पताल में रेनू उल्टियां कर रही थी और उसके बच्चे बिलख रहे थे। ‘हिन्दुस्तान’ ने रेनू यादव की बेटी तान्या से बात की। उसने बताया के उसके पिता पांच भाई हैं। उसके चार चाचाओं ने मकान पर कब्जा कर लिया है। उसके पिता पेंट-पॉलिश कर किसी तरह घर का खर्च चलाते हैं। अब चाचा लोग उसके परिवार को मकान में रहने नहीं दे रहे हैं। इस मामले की शिकायत पुलिस से की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। तान्या ने बताया कि मां ने असुरन में एक दुकान से कुछ खरीदा था लेकिन उसे यह नहीं मालूम पाया कि वह जहरीला पदार्थ खरीद ली है।
कुछ अन्य महिलाओं ने भी सुनवाई न होने का लगाया है आरोप
मोहद्दीपुर की एक महिला ने बीते दिनों पुलिस द्वारा मामले में सुनवाई न किए जाने से आहत होकर पानी की टंकी पर चढ़कर खुदकुशी करने की कोशिश की। हालांकि समय रहते ही पुलिस सक्रिय हो गई और महिला को समझा-बुझाकर पानी की टंकी से नीचे उतरवा लिया। इसी तरह रामगढ़ ताल क्षेत्र की एक महिला ने भी पुलिस पर आरोप लगाया कि कुछ दबंग उसकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं लेकिन पुलिस उनकी फरियाद नहीं सुन रही है।